मध्य प्रदेश के सीधी जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। इसमें बीजेपी कार्यकर्ता एक आदिवासी समाज के व्यक्ति के ऊपर पेशाब करता है। वीडियो वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर पुलिस को आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ (NSA) के तहत कार्रवाई के आदेश दिए। जिसके बाद सीधी प्रशासन ने प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित आदिवासी से मुलाकात कर उसके पैर धोकर सम्मानित भी किया। इस मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर को बुलडोजर से गिरा दिया। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के नेताओं ने प्रवेश शुक्ला के घर जा कर उनके माता-पिता से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनका घर फिर से बनाया जाएगा। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पंडित पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा कि आरोपी प्रवेश शुक्ला जैसा व्यक्ति की किसी भी जाति और समाज में स्वीकारोक्ति नहीं है। उसके द्वारा किया गया कृत्य घोर निंदनीय तथा अक्षम्य है लेकिन क्या यह विधि सम्मत है कि करे कोई और भरे कोई। पुष्पेंद्र मिश्रा का कहना था कि ये घर प्रवेश शुक्ला का नहीं, उसके माता-पिता और चाचा का है। किसी और की गलती की सजा उसके परिवार वालों को देना गलत है।
ब्राह्मण समाज ने की 51 हजार की मदद
अखिल भारतीय ब्राहण समाज के सीधी के जिलाध्यक्ष राकेश दुबे ने गुरुवार को शुक्ला परिवार से मिलकर 51 हज़ार रुपये की मदद पहुंचाई। राकेश दुबे ने ब्राह्मण समाज के लोगों से अनुरोध किया है कि शुक्ला परिवार की ज्यादा से ज्यादा मदद पहुंचाए।
साल के अंत में है मध्य प्रदेश में चुनाव
साल के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाला है और आदिवासी बहुल इलाके में बीजेपी अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है। इसलिए 2020 की इस घटना जिसका वीडियो अभी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने इतने कड़े कदम उठाया। वही कांग्रेस आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार से जुड़े मामले को उठा रही है।
