मध्यप्रदेश में चर्चित व्यापमं घोटाले की आंच राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक भी पहुंचने लगी है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने एक मंच पर आकर सोमवार को आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री और उनके परिवार को बचाने के लिए सबूतों में छेड़छाड़ की गई है। पार्टी ने मुख्यमंत्री चौहान के इस्तीफे की भी मांग की।

कांग्रेस नेताओं सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज को को बचाने के लिए मूल एक्सल शीट में छेड़छाड़ की गई है। कांग्रेस ने कहा कि इसकी जांच कर रही एसटीएफ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके परिवार को बचाने के लिए मूल एक्सल शीट के साथ छेड़छाड़ की है।

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने यहां व्यापमं के कथित घोटाले की एसटीएफ द्वारा की जा रही जांच की निगरानी कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने शपथ पत्र देकर कुछ दस्तावेज प्रस्तुत किए।

 

कांग्रेस नेताओं सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज को को बचाने के लिए मूल एक्सल शीट में छेड़छाड़ की गई है।

 

सिंह सोमवार को वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा के साथ एसआईटी प्रमुख चंद्रेश भूषण से मिले और दस्तावेज सौंपे। एसआईटी प्रमुख ने माना है कि दिग्विजय ने जो दस्तावेज सौंपे हैं, उनमें एक नया दस्तावेज है और जरूरत पड़ने पर वह इसका एसटीएफ से परीक्षण कराएंगे।

एसआईटी के सामने पेश होने और शपथ पत्र देने के बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी और प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता सत्यदेव कटारे के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मूल एक्सल शीट के साथ छेड़छाड़ की गई है।

उन्होंने मांग की है कि इस घोटाले की जांच जिस एजेंसी के हाथ में है, वह मुख्यमंत्री के ही अधीन है। इसलिए मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए या मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद यही जांच एजेंसी जांच करे।