Shalimar-secunderabad Train Derail: आज सुबह पश्चिम बंगाल में हावड़ा के पास सिकंदराबाद-शालीमार सुपरफास्ट एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन कोलकाता से करीब 40 किलोमीटर दूर नालपुर में पटरी से उतर गई। पटरी से उतरे तीन डिब्बों में एक पार्सल वैन भी शामिल है। दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है।

दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ओमप्रकाश चरण ने बताया कि सुबह 5.31 बजे सिकंदराबाद-शालीमार साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन मध्य लाइन से डाउन लाइन पर जाते समय पटरी से उतर गई। एक पार्सल वैन और दो यात्री डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। यात्रियों के लिए आगे की यात्रा के लिए करीब 10 बसों का इंतजाम किया गया है।

घटना की जानकारी मिलने के बाद पहुंचे अधिकारी

ट्रेन की स्पीड कम होने की वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया। घटना की जानकारी मिलने पर रेलवे इंजीनियर, आरपीएफ और जीआरपी मौके पर पहुंचे। घटना की जांच की जा रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि दुर्घटना किस वजह से हुई। पूर्वी रेलवे ने कहा कि संतरागाछी और खड़गपुर से लोगों की मदद के लिए कुछ मेडिकल रिलीफ ट्रेनें पटरी से उतरने वाली जगह पर पहुंच गई हैं। फंसे हुए यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की भी गई है।

Balasore Train Disaster: ज्यादा मुआवजा चाहते हैं ‘पीड़ित’, 200+ से रेलवे ने मांगा ‘उपस्थिति’ का सबूत

यह हादसा पिछले हफ्ते तमिलनाडु और असम में हुई दो अन्य घटनाओं के बाद हुआ है। तमिलनाडु में बोडिनायकनुर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन का पहिया पटरी से उतर गया। जबकि असम में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड के तहत मालगाड़ी का एक डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से रेल यातायात पर काफी असर पड़ा। हालांकि, इन मामलों में भी किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली थी।

पिछले पांच सालों में कितनी रेल दुर्घटनाएं हुईं

पिछले पांच सालों में 200 रेल दुर्घटनाओं में 351 लोग मारे गए और 970 घायल हुए, ऐसा द हिंदू ने भारतीय रेलवे द्वारा 17 रेलवे जोनों से शेयर किए गए आंकड़ों के हवाले से बताया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले महीने कोलकाता में एक सार्वजिनक कार्यक्रम में कहा था कि 10 साल पहले प्रति वर्ष 171 दुर्घटनाएं होती थीं, जो अब घटकर 40 दुर्घटनाएं रह गई हैं।