समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक नाहिद हसन ने शनिवार को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस को चकम दे दिया। वह अवैध कागजात वाली गाड़ी से फरार हो गए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें फरार घोषित कर दिया। पुलिस ने शामली जिला स्थित उनके घर पर छापा मारा। उनके खिलाफ शामली में कोर्ट ने वारंट जारी किया था। विधायक पर एसडीएम और सीओ के साथ गाड़ी की तलाशी के दौरान अभद्रता करने का आरोप है। दरअसल बीते नौ सितंबर को भूरा रोड पर संदिग्ध गाड़ी के कागजात मांगने को लेकर उनकी और एसडीएम कैराना और के साथ बहस हो गई थी। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया था जो कि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।

बहरहाल फरार घोषित किए जा चुके विधायक की तलाशी के लिए पुलिस ने 11 टीम बनाई है जो संभावित जगहों पर सर्च अभियान चला रही हैं। वहीं विधायक गिरफ्तारी ने होने पर शामली एसपी अजय कुमार पांडे ने कहा ‘विधायक के खिलाफ अबतक 11 केस दर्ज किए जा चुके हैं। जिसमें हत्या का प्रयास, जालसाजी, सांप्रदायिक तनाव भड़काने का प्रयास जैसे केस शामिल हैं।’

उन्होंने आगे कहा ‘इन तीन मामलों में कोर्ट ने उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ बिना दस्तावेज वाली कार में ट्रैवल करने के लिए सर्च वारंट जारी किया गया है। वारंट जारी होने के बाद उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंची तो वह बिना दस्तावेज वाली कार में अपने साथियों के साथ फरार हो चुके थे।’

उन्होंने आगे कहा ‘हमें कोर्ट की तरफ से एक अरेस्ट वारंट हासिल हुआ था जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए रेड डाली गई। विधायक से गाड़ी के कागजात दिखाने के लिए कहा गया था लेकिन 13 दिन बीते जाने के बावजूद उन्होंने ऐसा नहीं किया। वह पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रहे।’

बता दें कि सरकारी अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए नाहिद हसन के खिलाफ शुक्रवार को ही एफआईआर दर्ज की गई है। बहरहाल रामपुस से सपा सांसद आजम खान के बाद सपा विधायक के खिलाफ पुलिस की यह कार्रवाई पार्टी के लिए परेशानी के लिए भी एक चुनौती बन चुकी है।