तीन दशक पुरानी दोस्ती के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मंगलवार (3 सितंबर 2019) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पार्टी में घमासान के बाद मुलायम सिंह पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। ढाई साल बाद सपा संरक्षक लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया के सवालों के जवाब देते नजर आए।प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा ‘आजम मेहनती और नेक इंसान हैं। जौहर यूनिवर्सिटी का निर्मा सभी के सहयोग से हुआ था इसलिए इस पर आरोप लगाना गलत है। आजम का अपमान करना मेरा अपमान करना है। मैं यहां आज सिर्फ आजम को समर्थन देने आया हूं।’
दरअसल मुलायम सिंह के दोस्त और सपा सांसद आजम खान इन दिनों कई मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। उन पर जमीन हड़पने, भैंस चोरी समेत कुल 76 मामले दर्ज हो चुके हैं। अपने तीन दशक से भी ज्यादा पुराने दोस्त को मुसीबत में देख मुलायम खुद मोर्चे पर आ खड़े हुए हैं। आजम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। बताया जा रहा कि सपा सांसद की पत्नी तंजीम फातिमा ने मुलायम से मुलाकात कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी और साथ ही अपने पति को इस मुसीबत से बाहर निकालने के लिए कहा।
तंजीम फातिमा की गुहार के बाद मुलायम ने सपा अध्यक्ष अखिलश यादव से बात की। दोनों ने विचार विमर्श के बाद फैसला किया कि सपा कार्यालय में प्रेस कॉनफ्रेंस होगी। मालूम हो कि दोनों (मुलायम और आजम) की दोस्ती करीब 33 साल पुरानी है।
बता दें कि कि रामपुर पुलिस आजम और उनके सहयोगियों के खिलाफ लगातार मुकदमे दर्ज कर रही है। पुलिस ने अब सपा नेता के परिवार के सदस्यों जैसे उनके बड़े भाई, बहन और भतीजा के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है। सपा सांसद की 75 वर्षीय बहन निखत अखलाक से जौहर यूनिवर्सिटी केस में शुक्रवार को पूछताछ की गई।तो वहीं बड़े भाई शरीफ खान और उनके बेटे बिलाल के खिलाफ भी पुलिस ने हत्या की कोशिश के एक मामले में केस दर्ज किया है।

