केरल के सबरीमाला मंदिर में बुधवार (2 जनवरी) को इतिहास में पहली बार दो महिलाओं भगवान अयप्पा के दर्शन किए। लंबे समय से मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर विवाद चल रहा है। इससे पहले कई दफा महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश करने की कोशिशें कीं लेकिन असफल रहीं। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश करने को लेकर एक बीजेपी सांसद ने उन्हें समर्थन करने की बात कही। बीजेपी सांसद उदित राज ने ट्वीट कर लिखा, ”मेरी व्यक्तिगत क्षमता और परिसंघ का चेयरमैन होने के नाते मैं अयप्पा मंदिर में महिलाओं के प्रवेश करने को समर्थन करता हूं। महिलाएं अपवित्र कैसे हो सकती हैं जब पुरुषों का जन्म उनसे होता है। ईश्वर सर्वव्यापी है अर्थात वह मंदिर से बाहर भी है। संविधान की दृष्टि में दोनों लिंग समान हैं।” बता दें कि बीजेपी सांसद का यह ट्वीट ऐसे समय आया है कि जब केरल में बीजेपी महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने के खिलाफ प्रदर्शनकारियों में शामिल है। बता दें पिछले वर्ष 28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने भगवान अयप्पा के मंदिर में 10 से 50 वर्ष उम्र वर्ग की महिलाओं को प्रवेश करने की अनुमति दे दी थी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा हर आयुवर्ग की महिला को मंदिर प्रवेश मिलने की अनुमति के बाद भी मंदिर प्रबंधन के लोग और बीजेपी और कांग्रेस पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं। बीजेपी इस मामले के जरिये राज्य में अपना वोट बैंट मजबूत होने के मौके के रूप में देख रही है। बता दें कि बुधवार को 44 और 42 वर्ष की दो महिलाओं ने तड़के करीब पौने चार बजे मंदिर में प्रवेश कर भगवान अयप्पा के दर्शन किए।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मीडिया से बात करते हुए मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की बात की पुष्टि की। वहीं, मंदिर के मुख्य पुजारी ने महिलाओं के प्रवेश करने के बाद मंदिर के शुद्धिकरण का एलान कर दिया। मंदिर में जिन महिलाओं ने प्रवेश किया, उनके नाम कनकदुर्गा और बिंदू बताए जा रहे हैं। वे 3 बजकर 38 मिनट पर पारंपरिक काले परिधान में मंदिर में पहुंची थीं। कहा जा रहा है कि वे पहले भी मंदिर में प्रवेश करने की असफल कोशिशें कर चुकी थीं। लोगों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराई थी।
In my personal capacity & chairman of Parisangh I support the entry of women in ayyappa temple. How woman can be impure when man is born from her.God is omnipresent means he is out of temple too. In the eyes of constitution both genders are equal
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) January 2, 2019