रूसी राजनयिक के झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास को धनबाद जिले के बाघमारा से भाजपा विधायक धुलू महतो के खिलाफ शिकायत को लेकर लिखे खत के चलते विवाद हो गया है। पत्र में राजनयिक ने विधायक पर रूसी कंपनी के काम में बाधा डालने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि विधायक ने काम करने देने के बदले में पैसों और स्थानीय लोगों के लिए नौकरी की मांग की। रूसी कंपनी इस एरिया में कोल इंडिया की सहयोगी कंपनी भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के साथ काम करती है। हालांकि मुख्यमंत्री दफ्तर ने ऐसे किसी खत से इनकार किया है।
दूसरी ओर महताे ने इस मामले में उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है। स्थानीय पुलिस ने रूसी कंपनी के काम में दखल डालने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मंगलवार को महतो कई बार विधानसभा में इस मामले पर सफाई देने के लिए खड़े हुए। हालांकि स्पीकर दिनेश औरण ने उन्हें इजाजत नहीं दी। स्पीकर ने कहा कि उनके खिलाफ विधानसभा में किसी ने आधिकारिक रूप से आरोप नहीं लगाया है। इसलिए सफाई देनी की जरूरत नहीं है।
वहीं विपक्ष के नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि मामले को सही समय पर उठाया जाएगा। सरकार को इस मामले में सफाई देनी चाहिए। कोलकाता में रूसी राजनयिक इरिना के बाशिकोरिवा ने 27 जनवरी को सीएम दास को खत भेजा था। बाशिकोरिवा के प्रेस अटैची ने खत भेजे जाने की पुष्टि की। उन्होने बताया कि अभी तक आधिकारिक जवाब नहीं मिला है। लेकिन सरकार की कार्रवाई से खुश हैं।