जोशी ने कहा कि आपका सवाल कहता है कि हिंदू ही हिंदू समुदाय का दुश्मन बन रहे हैं, यानी भाजपा। हिंदू समुदाय का मतलब भाजपा नहीं है।’’ उनकी यह टिप्पणी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच आई है।
जोशी ने कहा कि एक हिंदू अपने साथी (हिंदू) के खिलाफ लड़ता है क्योंकि वे धर्म भूल जाते हैं। यहां तक कि छत्रपति शिवाजी महाराज को भी अपने ही परिवार से विरोध का सामना करना पड़ा था। जहां भ्रम और आत्मकेंद्रित व्यवहार होता है, विरोध होता है।’’ भैय्याजी जोशी ने गिरजाघरों पर लोगों की अज्ञानता और गरीबी का फायदा उठाकर ईसाई धर्म में धार्मांतरण कराने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि अगर कोई अपनी इच्छा से ईसाई धर्म अपनाता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं लेकिन जबरन धर्मांतरण को आपराधिक कृत्य माना जाना चाहिए। इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में संविधान पढ़े जाने के लेकर जागरुकता से जुड़े सवाल के जवाब में संघ के नेता ने कहा कि इससे पूरे परिणाम नहीं आएंगे। नागरिकों की जिम्मेदारियां भी हैं। ऐसे में अधिकारों और जिम्मेदारियों के बीच सही तालमेल होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश तभी आगे बढ़ेगा जब इन दोनों के बीच तालमेल अच्छा होगा।
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