उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी धर्म जागरण समिति द्वारा क्रिसमस के दिन प्रस्तावित सामूहिक धर्मान्तरण का कार्यक्रम फिलहाल टाल दिया गया है।
समिति के जिला समन्वयक सत्य प्रकाश तथा नगर संयोजक बृजेश कंटक ने कल देर रात संवाददाताओं को बताया कि उनके संगठन ने आगामी 25 दिसम्बर को प्रस्तावित ‘घर वापसी’ का कार्यक्रम फिलहाल टाल दिया है।
बहरहाल, दोनों ने यह स्पष्ट नहीं किया कि धर्मान्तरण कार्यक्रम को निरस्त किया गया है या फिर उसे कुछ दिन के लिये स्थगित किया गया है। माना जा रहा है कि संघ के हस्तक्षेप के बाद यह कार्यक्रम टाला गया है।
बहरहाल, सूत्रों के मुताबिक हाल में आगरा में करीब 56 मुस्लिम परिवारों की ‘घर वापसी’ कराने के मास्टरमाइंड नंद किशोर वाल्मीकि की गिरफ्तारी और स्थानीय प्रशासन की सख्ती की वजह से धर्म जागरण समिति को अपने कदम वापस खींचने पड़े हैं।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने जहां समिति के निर्णय का स्वागत किया है, वहीं यह भी कहा है कि आगामी 25 दिसम्बर तक एहतियात के तौर पर किये गये सभी प्रबन्ध लागू रहेंगे।
प्रकाश ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘प्रस्तावित सामूहिक धर्मान्तरण के आयोजकों ने ना तो इसके लिये प्रशासन से अनुमति मांगी और ना ही उनके निरस्तीकरण के बारे में कोई लिखित सूचना दी है, लिहाजा हम सतर्कता बनाये रखेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने शुरूआत से ही स्पष्ट कर दिया था कि हम धर्मान्तरण या घर वापसी के लिये इजाजत देने या नहीं देने के तकनीकी पेंचों में नहीं जाएंगे। हमारा मुद्दा यह है कि आगरा में सामूहिक धर्मान्तरण के बाद यह प्रदेश की कानून-व्यवस्था का मामला बन गया है। हम किसी भी तरह की गड़बड़ी या बदमजगी पैदा करने वाले किसी भी कार्यक्रम का आयोजन नहीं होने देंगे, चाहे वह किसी निजी स्थान पर ही क्यों ना हो।’’