फिक्स्ड इनकम रिटर्न, बढ़ती महंगाई और अस्थिर इक्विटी बाजारों की मौजूदा स्थिति उनके 50 साल के उन लोगों के लिए विशेष चिंता का विषय है, जिनके रिटायरमेंट में 3-5 साल का समय बचा है। निवेशकों का यह ग्रुप सुरक्षित निवेशों में इनवेस्ट कर रिटायरमेंट कोष को अधिकतम करना चाहता है जो अगले कुछ सालों में उच्च रिटर्न की पेशकश करते हैं, और मासिक आय योजनाओं की रिटायरमेंट के बाद ज्यादा ब्याज देते हैं।

क्या आपको ऋण साधन या इक्विटी का चयन करना चाहिए?
कोविड -19 अनिश्चितता सबसे अधिक वित्तीय साधनों को प्रभावित कर रही है, और रिटायरमेंट के करीब पहुंचने वालों को सावधानी से विचार करना चाहिए कि कॉर्पस को कहां निवेश किया जाए। यदि आपके संसाधन सीमित हैं, तो आपको ऐसे निवेश करने होंगे जो सुरक्षित, लिक्विड, ऊपर से महंगाई बढ़ने पर आपके मददगार हों और रिटायरमेंट के बाद 20-30 सालों के लिए पर्याप्त हों। बुनियादी घरेलू खर्चों के लिए आवश्यक आय हर साल मुद्रास्फीति के साथ बढ़ेगी, इसलिए 60 साल की आयु में आपके लिए जितना पर्याप्त होगा जब आप 70 साल के हो जाएंगे तो पर्याप्त नहीं होगा। जबकि ऋण साधन सुरक्षित हैं, इक्विटी आपके कॉर्पस के विकास की कुंजी है।

“अकेले डेब्ट साधन आपकी रिटायरमेंट की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं होंगे और आपको कॉर्पस के कुछ हिस्से को इक्विटी में रखने की आवश्यकता है ताकि यह इस बीच आपकी जरूरतों को पूरा कर सके। इसके अलावा, आपको अपने कॉर्पस के एक हिस्से को तोड़ना और उपयोग करना पड़ सकता है क्योंकि एक समय के बाद आपकी रिटायरमेंट की जरूरतों को पूरा करने के लिए ब्याज आय अपर्याप्त हो सकती है। इसलिए इसके लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए।” यह जानकारी प्लान अहेड वेल्थ एडवाइजर्स के संस्थापक और सीईओ विशाल धवन ने इंडियन एक्सप्रेस को दी है।

क्या आपको पूंजी संरक्षण के लिए जाना चाहिए, यानी, एक पोर्टफोलियो में नुकसान को रोकने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए?
यह रिटायरमेंट के करीब पहुंचने वालों के लिए उनके पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए बहुत जरूरी है। मिड और स्मॉल-कैप स्कीमों में इक्विटी निवेश को इंडेक्स फंड्स, लार्ज कैप फंड्स और डेब्ट स्कीमों की ओर डायवर्ट किया जाना चाहिए। उच्चतम टैक्स ब्रैकेट वाले लोगों को बैंकों के साथ सावधि जमाओं को उन ऋण उत्पादों में ट्रांसफर करना चाहिए जो बेहतर ब्याज देते हैं, जैसे टैक्स फ्री बांड, उच्च गुणवत्ता वाले फर्मों के AAA-रेटेड पेपर्स में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड की ऋण योजनाएं आदि। निवेशकों को इक्विटी निवेश को भुनाने की योजना तब बनानी चाहिए, जब उनका रिटर्न अधिकतम करने के लिए बाजार निकट अवधि में उच्च स्तर पर हो।

आपको रिटायरमेंट की योजना कैसे बनानी चाहिए?
मान लीजिए आप 55 वर्ष के हैं, और 60 वर्ष की आयु में रिटायर होंगे। यदि आपका वर्तमान मासिक घरेलू व्यय 50,000 रुपये (6 लाख रुपये प्रति वर्ष) है, तो 5% की मुद्रास्फीति पर, रिटायरमेंट के पहले साल में आपका वार्षिक व्यय 63,814 रुपये प्रति माह होगा (7.65 लाख रुपए सालाना), 6% मुद्रास्फीति पर, यह 66,911 रुपये प्रति माह (8.02 लाख रुपये सालाना) होगा।

जबकि वार्षिक घरेलू आवश्यकता हर साल वार्षिक मुद्रास्फीति की गति से बढ़ सकती है, लाइफ स्टाइल मुद्रास्फीति थोड़ी अधिक है। तो 5% महंगाई पर, अगर रिटायरमेंट के पहले साल में आपको 7.65 लाख रुपए की जरूरत है। तो रिटायरमेंट के 10 साल बाद 12.46 लाख रुपये की आवश्यकता होगी।

अगले स्टेप में ऐसे कॉर्पस का पता लगाया जाएगा जो आपको 7-8 लाख रुपये कमा सकता है। 5% की औसत वार्षिक दर पर, आपको 8 लाख रुपये की वार्षिक ब्याज आय अर्जित करने के लिए कम से कम 1.6 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। जैसे-जैसे ब्याज दरें गिर रही हैं, 4% की कम वार्षिक दर पर, कॉर्पस को 8 लाख रुपये कमाने की जरूरत है। 2 करोड़ रुपये तक बढ़ना होगा।