देश भर में CAA को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में असम में रविवार को गणतंत्र दिवस समारोहों में हिस्सा लेने जा रहे राज्य के मंत्री हिमंत विश्व सरमा और भाजपा विधायक अंगूरलता डेका को अलग अलग स्थानों पर संशोधित नागरिकता कानून के विरोधियों ने काले झंडे दिखाए।  पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के समन्वयक सरमा नगांव जिले में नुरूल अमीन स्टेडियम जा रहे थे। रास्ते में आसू और एजेवाईसीपी के सदस्यों ने ‘वापस जाओ’ ‘हमें सीएए मंजूर नहीं है’ के नारे लगाये और उन्हें काले झंडे दिखाए। लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

पहले दिया था यह बयान: मंत्री ने पहले एक मौके पर कहा था कि भले ही उन्हें काला झंडा दिखाया जाता है लेकिन वह उन्हें सफेद नजर आता है। खबरों के अनुसार कामरूप जिले में नगांव के बटाडरावा की विधायक डेका को भी प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। आसू के कार्यकर्ताओं ने उन्हें भी काले झंडे दिखाये। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) के कार्यकर्ताओं ने डिब्रूगढ़ में राज्य मंत्री चंद्र मोहन पटोवरी के काफिले को काले झंडे दिखाए।

असम में CAA के खिलाफ प्रदर्शन: पिछले महीने बनाये गये संशोधित नागरिकता कानून से असम में व्यापक प्रदर्शन भड़क गया था। लोगों को डर है कि यदि पड़ोसी बांग्लादेश के अवैध लोगों को कानूनन बाशिंदा बनाया गया तो उनकी पहचान एवं संस्कृति खतरे में पड़ जाएगी।

असम में ग्रेनेड ब्लास्ट: इससे पहले सुबह में गणतंत्र दिवस के अवसर पर 3 जिलों (डिब्रूगढ़, चराइदेव और तिनसुकिया) में ग्रेनेड के जरिए चार हुए थे। ये धमाके रविवार सुबह उस समय हुए, जब गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल है और सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे, हालांकि अभी तक इन धमाकों में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं हैं।