गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर के साले पर रिश्वत मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि सरकारी गोवा औद्योगिक विकास निगम (जीआईडीसी) उनको परेशान कर रहा है। राजस्थान के उद्योगपति संजय जालंधरा ने पिछले वर्ष एसीबी में पारसेकर के साले दिलीप मालवंकर के खिलाफ शिकायत दी थी कि एक प्लॉट के लिए वह रिश्वत की मांग कर रहे हैं। मालवंकर जीआईडीसी में अधिकारी हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय को इस हफ्ते भेजे एक पत्र में उन्होंने कहा है कि जीआईडीसी ने टुएम औद्योगिक इस्टेट में उन्हें आवंटित प्लॉट को सौंपने पर रोक लगा दी है।

उन्होंने कहा कि जीआईडीसी न तो उनके पैसे लौटा रहा है और न ही उन्हें कोई जानकारी दे रहा है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मालवंकर को पिछले वर्ष अगस्त में जालंधरा को प्लॉट आवंटन के लिए एक लाख रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। हाल में मालवंकर को पद पर बहाल कर दिया गया जिसको लेकर विवाद पैदा हो गया था।

पीएमओ को भेजे गए पत्र में कहा गया है, ‘‘मुझे एसीबी में (मालवंकर के खिलाफ) शिकायत करनी है कि जीआईडीसी प्लॉट देने से किसी न किसी बहाने इंकार कर रहा है। वे चाहते हैं कि मैं उन्हें रिश्वत दूं। हमारे एक पूर्व कर्मचारी ने जीआईडीसी को पांच लाख रूपये तक की रिश्वत दी।’’
जीआईडीसी के अध्यक्ष गणेश गावकर ने जालंधरा को परेशान करने की बात से इंकार किया।
उन्होंने कहा, ‘‘कई बार औपचारिकताएं पूरी करने में लंबा वक्त लग जाता है। हम किसी के प्रति अन्याय नहीं कर रहे हैं न ही किसी को परेशान करना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा कि मामले को उन्होंने विस्तार से नहीं देखा है।