ड्रग्स केस में बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान परेशानी में हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इस मुद्दे पर बयान दिया है।
अठावले ने कहा, ‘शाहरुख खान से मेरा निवेदन है कि आर्यन खान को सुधारना चाहिए। मेरी सलाह है कि आर्यन खान को 1-2 महीने नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करना चाहिए, इससे वे ड्रग्स से मुक्त हो सकते हैं।’
इस दौरान अठावले ने ये भी कहा कि उनकी पार्टी (रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया) एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के साथ खड़ी है।
अठावले ने ये भी कहा कि नवाब मलिक समीर वानखेड़े का चरित्र हनन करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें ऐसे गलत आरोप नहीं लगाने चाहिए। समीर पर लगे आरोपों में कोई तथ्य नहीं है।
बता दें कि इससे पहले आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स मामले में एक ट्विस्ट आ गया था। इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी एनसीबी की तरफ से गवाह बनाए गए एक शख्स ने दावा किया था कि उन्होंने जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को 8 करोड़ रुपए देने की बात सुनी है। हालांकि जांच एजेंसी एनसीबी ने गवाह के आरोपों से इनकार किया था।
न्यूज चैनल एनडीटीवी के अनुसार, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की तरफ से गवाह बनाए गए प्रभाकर सेल ने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े और दूसरे गवाह केपी गोसावी के खिलाफ मिलीभगत और पैसों के सौदे का दावा किया है।
प्रभाकर सेल ने अपने हलफनामे में कहा है कि वह केपी गोसावी का अंगरक्षक है। उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा नाम के शख्स के बीच 18 करोड़ के डील की बात सुनी है। जिसमें से 8 करोड़ एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। साथ ही उसने हलफनामे में यह भी कहा कि उसने केपी गोसावी से कैश लिया था और जाकर सैम डिसूजा को दिया था।
इसके अलावा प्रभाकर सेल ने यह भी दावा किया कि एनसीबी की छापेमारी के बाद उसने शाहरुख़ की मैनेजर पूजा ददलानी, केपी गोसावी और सैम डिसूजा को एक नीले रंग की मर्सिडीज कार में एक साथ बैठे देखा था। जिसके बाद गोसावी ने उसे गवाह बनने के लिए कहा और एनसीबी ने उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए।
हालांकि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने गवाह के दावों को खारिज करते हुए कहा कि वह इसका करारा जवाब देंगे। वहीं एजेंसी के सूत्रों ने भी इस दावे को निराधार बताते हुए कहा कि अगर पैसे का लेनदेन हुआ होता तो कोई जेल में क्यों होता। साथ ही सूत्र ने यह भी कहा कि यह दावा सिर्फ एजेंसी की छवि को ख़राब करने के लिए किया गया है। हालांकि खुलासा करने वाला गवाह प्रभाकर सेल ने कहा है कि उसे अपनी जान का खतरा है। इसलिए उसने हलफनामा दायर किया है।