छत्‍तीसगढ़ सरकार ने आईएएस ऑफिसर एलेक्‍स पॉल मेनन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मेनन पर आरोप है कि उन्‍होंने एक सोशल मीडिया पोस्‍ट में न्‍यायपालिका पर सवाल उठाए। अफसर ने यह पोस्‍ट जून में लिखी थी। फिलहाल वे रायपुर में छत्‍तीसगढ़ इन्‍फोटेक प्रमोशन सोसाइटी के सीईओ के तौर पर तैनात हैं। 18 जून को उन्‍होंने अपने फेसबुक पोस्‍ट में लिखा था, ‘क्‍या भारतीय न्‍याय व्‍यवस्‍था में किसी प्रकार का पक्षपात है जहां फांसी की सजा पाए भारतीय मुसलमान या दलित हैं?#jusaskin’

एक सीनियर अफसर ने बताया कि मेनन को कारण बताओ नोटिस भेज दिया गया है। उन्‍हें जवाब देने के लिए वक्‍त दिया गया है। अफसर ने बताया, ‘इस तरह की पोस्‍ट प्रशासनिक अधिकारी के सर्विस और कंडक्‍ट रूल्‍स का उल्‍लंघन है। यह राज्‍य में एक मुद्दा भी बन गया है। इस वजह से हमने कारण बताओ नोटिस भेजा है।’ वहीं, मेनन का कहना है कि उन्‍हें इस मामले में कुछ नहीं कहना है। मेनन पहले भी चर्चाओं में रहे हैं। जब वे सुकमा में बतौर कलेक्‍टर तैनात थे, उन्‍हें नक्‍स‍ियों ने अगवा कर लिया था। हालांकि, बाद में 13 दिन बाद उन्‍हें रिहा कर दिया गया था। इस साल भी मेनन के खिलाफ बलरामपुर में प्रदर्शन हुए, जब उन्‍होंने कथित तौर पर जेएनयू अध्‍यक्ष कन्‍हैया कुमार के समर्थन में पोस्‍ट लिखे। इसके तुरंत बाद, उनका बलरामपुर से तबादला कर दिया गया।