किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली अस्पताल से घर लौट आए हैं। उनके वापस आने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने दिलचस्प तरीके से उनका स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, ‘वापस आने पर आपका स्वागत है। देख कर अच्छा लगा कि आपके स्वास्थ्य में बेहतर तरीके से सुधार हो रहा है। हमलोग स्टंप के बीच दौड़ लगा रहे हैं। हमलोग आपके स्ट्राइक संभालने का इंतजार कर रहे हैं।’ राज्यवर्धन ने अपने ट्वीट में संसद के मानसून सत्र का हैशटैग भी लगाया था। मालूम हो कि अरुण जेटली किडनी में गंभीर समस्या से ग्रसित थे। ऐसे में किडनी प्रत्यारोपण के लिए उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती होना पड़ा था। वित्त मंत्री तीन सप्ताह से भी ज्यादा वक्त के बाद अस्पताल से छूटे। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की थी। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘घर वापस आकर बहुत खुश हूं। मैं उन सभी डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने तीन सप्ताह से भी ज्यादा वक्त तक मेरी देखभाल की। मैं उन सभी शुभचिंतकों, सहयोगियों और दोस्तों का भी शुक्रिया अदा करता हूं जो मुझे लेकर चिंतित थे और जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे।’
Welcome back sir, good to see you recovering well.
We have been running between the stumps, waiting to see you take the strike again #MonsoonSessionParliament https://t.co/jQU3425U5S— Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) June 4, 2018
वित्त मंत्री अरुण जेटली की गैरमौजूदगी में रेल मंत्री पीयूष गोयल वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार संभाले हुए हैं। इसके अलावा उनके पास कॉरपोरेट के साथ ही कोयला मंत्रालय की भी जिम्मेदारी है। ऐसे में उन पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। मानसून सात्र के समीप होने पर सरकार की भी चिंताएं बढ़ गई थीं। ऐसे में अरुण जेटली के दोबारा कामकाज संभालने से सरकार की कार्यप्रणाली और दुरुस्त होगी। साथ ही आर्थिक मोर्चों पर विपक्ष के हमलों का भी माकूल जवाब दिया जा सकेगा। बता दें कि प्रधानमंत्री की आधिकारिक वेबसाइट पर फिलहाल बिना विभाग के मंत्री के तौर पर दर्ज जेटली पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद ही वित्त मंत्रालय का कामकाज संभालेंगे। इस दौरान रेलवे और कोयला मंत्री पीयूष गोयल के पास वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार रहेगा। किडनी संबंधित समस्याओं से जूझ रहे अरुण जेटली ने अप्रैल की शुरुआत में ही मंत्रालय में आना छोड़ दिया था। इसके बाद 14 मई को उनके किडनी का प्रत्यारोपण किया गया था। वित्त मंत्री ने अप्रैल की शुरुआत में अपनी बीमारी के बारे में ट्वीट करके जानकारी दी थी। उन्होने लंदन में 10वीं भारत-यूके बैठक को भी टाल दिया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था, ‘मैं किडनी संबंधित समस्याओं का इलाज करवा रहा हूं, किडनी में इंफेक्शन हुआ है।’