राज्यसभा सांसद नीरज शेखर के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के दो सांसद राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं। मीडिया में जारी खबरों की माने तो दोनों सांसद इस्तीफे के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम सकते हैं। दोनों सांसद बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं। सब कुछ ठीक रहा तो समाजवादी पार्टी के लिए ये बुरी खबर कभी भी आ सकती है। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी राज्यसभा में बहुतम के करीब आ जाएगी।
संसद के उच्च सदन में बीजेपी बहुमत न होने के कारण विधेयकों को पास करवाने के लिए संघर्ष की स्थिति में रहती है। ऐसे में अगर इस्तीफे दिए गए तो यह आंकड़ा कम हो जाएगा। बीजेपी बहुमत के नजदीक पहुंच जाएगी।बता दें कि नीरज शेखर विख्यात समाजवादी नेता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे हैं।
शेखर उत्तर प्रदेश की बलिया लोकसभा क्षेत्र से सपा के सांसद थे। इस्तीफा देने के एक दिन बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए। उनका कार्यकाल 25 नवंबर 2020 को खत्म हो रहा था। वह अपने पिता की परंपरागत सीट बलिया से लोकसभा चुनाव में टिकट मांग रहे थे। लेकिन, समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नीरज शेखर इसी बात को लेकर नाराज थे। हालांकि, उन्होंने सपा से इस्तीफे के पीछे व्यक्तिगत कारण बताया है। बतौर राज्यसभा सांसद उनका कार्यकाल 2020 तक था। लेकिन, उन्होंने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से संपर्क करके सोमवार को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफों के बाद राज्यसभा में स्थिति: नीरज के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर चुनाव होगा और उत्तर प्रदेश में एनडीए अच्छी स्थिति में है इसलिए बीजेपी यह सीट आराम से जीत लेगी। नीरज के इस्तीफे के बाद राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के बारह सांसद बचे रह गए हैं। अगर दो और सांसद इस्तीफा दे देते हैं और बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो यह आंकड़ा 10 पर सिमट जाएगा। वहीं बीजेपी को उच्च सदन में बहुमत के लिए जो आकंड़ा चाहिए वह उसके करीब पहुंच जाएगी। अभी राज्यसभा में बहुमत के लिए एनडीए को 120 सांसदों की जरूरत है जबकि एनडीए के पास 116 सांसद हैं।