‘मैं पुलिस अफसर बनने जा रही हूं… कोशिश करूंगी जो मेरे साथ हुआ वो किसी और लड़की के साथ ना हो।’ यह कहना है अलवर की 19 वर्षीय गैंगरेप सर्वाइवर महिला का। यह महिला अब राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल बनने को तैयार है।
इस दलित महिला के साथ उस समय पांच लोगों ने गैंगरेप किया था जब वह शादी के लिए अपने पति के साथ कपड़ों की खरीददारी करने जा रही थी। घटना के दौरान छठे आरोपी ने न सिर्फ गैंगरेप का वीडियो बनाया बल्कि उसे सोशल मीडिया पर सर्कुलेट भी कर दिया। हादसे के तीन महीने बाद भी महिला उस सदमें से उबरने की कोशिश कर रही है।
महिला ने कहा कि उसने 1 जुलाई को जॉइन किया था और तब से पुलिस आवास में रह रही है। यह घटना इस साल 26 अप्रैल की है लेकिन महिला के परिवार के अनुसार बार-बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने 2 मई को एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में पहली गिरफ्तारी वीडियो सर्कुलेट होने के तीन दिन बाद 7 मई को हुई।
पुलिस ने पहले दर्ज नहीं किया था मामलाः महिला ने बताया कि उस समय पुलिस ने कहा था कि उनके पास केस दर्ज करने के लिए स्टाफ नहीं है। उस दौरान चुनाव चल रहे थे। पुलिस यदि समय रहते इस मामले को दर्ज करती तो वीडियो को सर्कुलेट होने से रोका जा सकता है। महिला का कहना है कि जिस पुलिस थाने में तैनात हूं वहां कोई भी मेरे मामले के बारे में नहीं जानता है। मुझे पता है कि एक औरत पर ऐसे हादसे के बाद क्या बीतती है।
महिला ने फोन पर कहा कि मैं अपनी ड्यूटी ठीक तरीके से करूंगी। महिला ने यह भी बताया कि उसे अभी पुलिस आवास से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। उसने यह बताया कि वह जब से यहां रह रही है तब से वह अपने पति से अलग है। उसका पति अब रिश्तेदारों के साथ रहता है।
अलवर छोड़ने को होना पड़ा मजबूरः महिला ने बताया कि पिछले कुछ महीने उसके परिवार के लिए बहुत मुश्किल भरे बीते हैं। उन लोगों को अलवर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। हमे गुर्जर समुदाय (इस मामले में आरोपी का समुदाय) की तरफ से धमकियां मिल रही हैं। इसमें न सिर्फ मैं और मेरे पति को बल्कि मेरे रिश्तेदारों को भी धमकाया जा रहा है। कुछ लोग मेरे चाचा-ससुर को ढूंढ़ते हुए आए थे।
दो साल पहले हुई थी शादीः इस महिला की शादी दो साल पहले हुई थी। उसने 11वीं क्लास तक पढ़ाई की है। महिला का कहना है कि वह दुबारा अपनी पढ़ाई शुरू करने और 12वीं की पढ़ाई पूरी करना चाहती है। इस बारे में डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस कविंद्र सिंह सागर का कहना है कि अभी तक महिला की नौकरी और उसकी भूमिका के बारे में अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि उसे नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है और वह जल्द ही पुलिस ट्रेनिंग शुरू करेगी। यदि उसे कोई समस्या आती है तो हम उसे दूर करने में उसकी मदद करेंगे।