कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के 7 माह बाद राहुल गांधी ने मंगलवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) का पुनर्गठन किया है। बता दें कि सीडब्लूसी कांग्रेस की सर्वोच्च पॉलिसी मेकिंग बॉडी है, जो पार्टी की दशा और दिशा तय करने में अहम रोल निभाती है। यही वजह है कि राहुल गांधी द्वारा पुनर्गठित की गई इस कार्यसमिति पर सभी की निगाहें थी। अब जब कार्यसमिति का गठन हो चुका है तो यह साफ हो गया है कि राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के अनुभव के साथ जाने वाले दृष्टिकोण से इतर युवा और अनुभव के मिश्रण पर जोर दिया है। बता दें कि राहुल गांधी ने जहां नई कार्यसमिति में ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, दीपेंद्र हुड्डा जैसे युवा नेताओं को जगह दी है, वहीं दिग्विजय सिंह, सीपी जोशी, जनार्दन द्विवेदी, सुशील कुमार शिंदे और ऑस्कर फर्नांडिस जैसे वरिष्ठ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
कई वेटरन को दिखाया बाहर का रास्ताः वरिष्ठ नेताओं में जिन्हें कार्यसमिति से बाहर किया गया है, उनमें मोहन प्रकाश, करन सिंह, बीके हरिप्रसाद, एम.वीरप्पा मोइली और मोहसिना किदवई जैसे बड़े नेताओँ के नाम भी शामिल हैं। बाहर किए गए नेताओं में करन सिंह, द्विवेदी, मोहन प्रकाश और बीके हरिप्रसाद को पार्टी के महासचिव पद से भी हटा दिया गया है। सीपी जोशी कार्यसमिति से बाहर होने के बाद अपना महासचिव का पद बचाने में सफल रहे। खबरें आ रही हैं कि राहुल गांधी आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों के दौरान सीपी जोशी को राज्य में कांग्रेस के प्रचार की कमान सौंप सकते हैं।
युवा नेताओं को मौकाः कार्यसमिति में शामिल किए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीडब्लूसी में परमानेंट इनवाइटी के तौर पर शामिल किए गए हैं, वहीं एमपी कांग्रेस चीफ अरुण यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और हरियाणा के नेता कुलदीप विश्नोई को स्पेशल इन्वाइटी के तौर पर सीडब्लूसी में शामिल किया गया है। इस तरह नई कार्यसमिति में वो नेता जो सोनिया गांधी के करीबी रहे और वो नेता जो अब राहुल गांधी के नजदीकी है, अपनी जगह बनाने में सफल रहे हैं।
चुनावों पर नजरः नई कार्यसमिति को देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखा है। राजस्थान से रघुवीर मीणा और मध्य प्रदेश से अरुण यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया, छत्तीसगढ़ से तमारध्वज साहू का चयन इसी ओर इशारा कर रहा है। गौरतलब है कि नई सीडब्लूसी में कुल 51 सदस्य हैं। इनमें से 23 मुख्य सदस्य, 18 परमानेंट इन्वाइटी और 10 स्पेशल इन्वाइटी शामिल हैं।

