कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी नोटंबदी के मसले पर मीडिया को संबोधित कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से आम आदमी को चोट पहुंची है। पीएम तय करें कि वह कहां खड़े हैं। राहुल ने आरोप लगाया कि ‘बिना सोचे समझे लिए गया फैसला (विमुद्रीकरण) है, यह सिर्फ एक व्‍यक्ति की सोच पर आधारित था।’ उन्‍होंंने कहा, ”पीएम ने काले धन के बड़े खिलाड़‍ियों को बचने का मौका दिया। माल्‍या और ललित मोदी विदेश में बैठे हैं।” राहुल ने पीएम को निशाने पर लेते हुए कहा, ”दो दिन पहले, पीएम अपने भाषण के दौरान हंस रहे थे, अगले दिन वह रो रहे थे। वह तय कर लें कि करना क्‍या चाहते हैं।” राहुल ने आम आदमी की व्‍यथा व्‍यक्‍त करते हुए कहा, ”क्‍या आप बैंक की लाइनों में काला धन रखने वालों को देख रहे हैं, सिर्फ किसान, सरकारी नौकर और आम आदमी दिख रहा है। सरकार के इस फैसले से लोगों को भारी परेशानी हुई है, इसे जल्‍द ठीक करने की जरूरत है।” पढ़ें, क्‍या बोल रहे हैं राहुल गांधी:  राहुल ने कहा कि सोशल मीडिया पर बीजेपी नेताओं की 2000 के नए नोटों के साथ तस्‍वीरें आई हैं, उन्‍हें यह पैसा कहां से मिला। जब पत्रकारों ने मोदी की मां हीरा बा द्वारा मंगलवार को बैंक से नोट बदलवाने पर सवाल किया तो उन्‍होंने कहा, ”मेरा और नरेंद्र मोदी जी का तरीका अलग है। मैं उनकी माता जी के बारे में कुछ नहीं बोलूंगा।” पीएम नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसलों को लेकर मंगलवार को दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा का आपात सत्र भी बुलाया था। उसमें केजरीवाल ने कहा कि नोटबंदी से दिल्ली के लोगों में दहशत है। बीजेपी पर माल्या को भारत से भगाने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह राष्ट्रपति से निवेदन करेंगे कि वह इस फैसले को वापस लें। केजरीवाल ने 12 नवंबर को कहा था कि 500 और 1000 का नोट बैन करने से पहले ही बीजेपी के लोगों ने माल ठिकाने लगा दिया। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार कम करने के नाम पर असल में देश में बहुत बड़े स्तर पर घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है।
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21:02 (IST) 15 Nov 2016
दो दिन पहले, पीएम अपने भाषण के दौरान हंस रहे थे, अगले दिन वह रो रहे थे। वह तय कर लें कि करना क्‍या चाहते हैं। : राहुल गांधी
21:01 (IST) 15 Nov 2016
सरकार के इस फैसले से लोगों को भारी परेशानी हुई है, इसे जल्‍द ठीक करने की जरूरत है। : राहुल गांधी
20:58 (IST) 15 Nov 2016
‘बिना सोचे समझे लिए गया फैसला (विमुद्रीकरण) है, यह सिर्फ एक व्‍यक्ति की सोच पर आधारित था।’ : राहुल गांधी