आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों में दिवंगत गैंगस्टर जसविंदर सिंह रॉकी की बहन भी उतर रही हैं। 43 वर्षीय राजदीप कौर फाजिल्का से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर प्रचार कर रही हैं और उन्होंने लोगों से वादा किया है कि वह गरीबों की सेवा करने के अपने भाई के सपने को पूरा करेंगी। पिछले साल अप्रैल में परवाणू में रॉकी मारा गया था। उस पर पंजाब और राजस्थान के पुलिस थानों में 23 मुकदमे चले थे, लेकिन कई में वह बरी हो गया था। साल 2012 में रॉकी ने बीजेपी के सुरजीत कुमार जयंती के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें वह महज 1,595 वोटों से हार गया था।
एक अमृतधारी सिख और ग्रैजुएट कौर ने कहा कि रॉकी 40 हजार से ज्यादा वोटों से जीता था तो कोई उसकी लोकप्रियता का अंदाजा नहीं लगा पाया। उन्होंने कहा कि मेरे भाई का सपना गरीबों की सेवा करना था और अब उन्हें देखने के लिए कोई नहीं है। मैं चुनाव लड़कर उसका सपना पूरा करूंगी। जब कौर से रॉकी के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई भी मुझसे इस तरह के सवाल नहीं पूछता। इतना ही नहीं वह पिछले कई वर्षों से गरीबों की सेवा कर रहा था। कौर के इस चुनावी कैंपेन की बागडोर रॉकी के पुराने दोस्त अनुराग कंबोज के हाथों में है। उन्होंने कहा कि रॉकी पिछले कई वर्षों से किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं था। हमारा सपना लोगों को रोजगार और बेहतर शिक्षा मुहैया कराना है।
बता दें कि गैंगस्टर से नेता बने पंजाब के जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी की परवाणू (हिमाचल प्रदेश) के टीटीआर होटल के पास गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी। घटना आपसी रंजिश का नतीजा बताई जा रही थी। फाजिल्का (पंजाब) से निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ चुका जसविंदर घटना के समय सोलन से चंडीगढ़ की तरफ जा रहा था। उसी दौरान यह हमला हुआ और वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। बाद में उसकी मौत हो गई थी। घटना के समय जसविंदर के साथ दो सुरक्षाकर्मी भी थे लेकिन वे दूसरी गाड़ी में थे।
