भाजपा और शिवसेना का 30 साल पुराना गठबंधन महाराष्ट्र चुनाव के फैसले आने के बाद टूट गया। गठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ऐसा ही कुछ रविवार को भी हुआ जब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता ने औरंगाबाद में शिवसेना द्वारा बनाए जा रहे क्षत्रप बाल ठाकरे के स्मारक को लेकर ट्वीट किया। पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी ने ट्वीट कर दावा किया कि इस स्मारक को बनाने के लिए करीब 1000 पेड़ों को गिराया जाएगा। इसपर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी उनपर पलट वार किया और दोनों में जुबानी जंग देखने को मिली।
अमृता ने शिवसेना को ‘पाखंडी’ बताते हुए अखबार की एक तस्वीर शेयर कर ट्वीट किया ‘पाखंड एक बीमारी है। जल्दी ठीक हो जाओ शिवसेना। पेड़ों की कटाई- अपनी सुविधा से या सिर्फ तब जब आपको कमीशन मिले तब इजाजत देना- माफी योग्य अपराध नहीं है।’ इसके साथ अखबार की जो तस्वीर अमृता ने शेयर की थी उसमें लिखा था कि औरंगाबाद में क्षत्रप बाल ठाकरे का स्मारक बनाने के लिये करीब 1000 पेड़ों को गिराने की जरूरत होगी।
Ma’am, sorry to disappoint you but the truth is that not a single tree will be cut for the memorial, mayor has confirmed it too.
Also, just to be clear, compulsive lying is a bigger disease, get well soon
PS: Commission to cut trees is a new policy measure promoted by @bjpmaha ? https://t.co/yfoubeVRzL— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) December 8, 2019
Cc : @fadnavis_amruta ji. Hope this helps in speedier recovery
As always, happy to help 🙂 https://t.co/FOi1wozEBj
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) December 8, 2019
अमृता के इस ट्वीट पर तीखा हमला करते हुए लिखा “‘आपको निराश करने के लिए खेद है, लेकिन सच्चाई यह है कि स्मारक के लिए एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा, मेयर ने भी इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा मैं यह भी स्पष्ट कर दूं कि अनिवार्य रूप से झूठ बोलना बड़ी बीमारी है, जल्द ठीक हो जाइये, पेड़ों को काटने के लिए कमीशन महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं द्वारा प्रैक्टिस की जाने वाली नई पॉलिसी है।’
हालांकि मीडिया को जारी एक बयान में औरंगाबाद के महापौर नंदकुमार घोडेले ने दावा किया कि प्रशासन ठाकरे स्मारक के लिये पेड़ों को काटने की इजाजत नहीं देगा। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि स्मारक के निर्माण के लिये कोई पेड़ न काटा जाए। उनका संदेश शिवसेना कम्युनिकेशन नाम के ट्विटर हैंडल से जारी किया है।