प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (28 मई) को उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश कि विभिन्न हिस्सों की महिलाओं से बात और एलपीजी पर खाना पकाने के अनुभव के बारे में भी जानकारी ली। इसी क्रम में उन्होंने तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले की कुछ महिलाओं से भी बातचीत की। इस दौरान अनुवादक भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने शुरुआत में तमिल भाषा में महिलाओं का अभिवादन किया। उन्होंने महिलाओं से पूछा कि घर में गैस आने से उन्हें क्या फायदा मिला? इनमें से रुत्रम्मा नामक महिला ने बताया कि गैस पर भोजन बनाने में उन्हें अच्छा लगता है। खाना पकाने का काम भी पहले से काफी आसान हुआ है। तमिल महिला ने पीएम मोदी को बताया कि वह पहले लकड़ी जलाकर खाना पकाया करती थीं, लेकिन गैस आने से उन्हें बहुत सुविधा हुई है। इस पर पीएम मोदी ने पूछा, ‘लकड़ी के चूल्हे पर इडली या डोसा बन जाया करता था?’ इस पर रुत्रम्मा ने बताया कि पहले लकड़ी के चूल्हे पर इडली-डोसा बनाने में उन्हें बहुत दिक्कत पेश आती थी। गैस के आने से इन्हें बनाना आसान हो गया है। इसके बाद पीएम ने महिलाओं से पूछा कि तमिलनाडु आने पर उन्हें डोसा खाने को मिलेगा? महिलाओं ने कहा कि आप आइए आपको डोसा बनाकर जरूर खिलाउंगी।
When PM Modi asked Ujjwala beneficiaries from Tamil Nad whether they would treat him with a Dosa! #UjjwalaKiBaatPMKeSath pic.twitter.com/xPwgmVSAUP
— Manoj Goel (@ManojGoelBJP) May 28, 2018
ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन से जोड़ने के लिए मोदी सरकार ने तकरीबन दो साल पहले उज्ज्वला योजना शुरू की थी। पीएम मोदी ने इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से 1 मई, 2016 में की गई थी। इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 5 करोड़ लोगों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है। इस मद में अब तक 8,000 करोड़ रुपये आवंटित किए जा चुके हैं। पीएम मोदी ने 28 मई को नमो ऐप के जरिये इस योजना के लाभर्थियों से बात की और उनका अनुभव जाना। उन्होंने कहा कि 2014 तक 13 करोड़ लोगों को ही एलपीजी कनेक्शन मिला था, जबकि उनकी सरकार ने 4 साल में 10 करोड़ लोगों को नए कनेक्शन दिए। इस दौरान पीएम ने सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार को रोकने की अपनी मंशा भी स्पष्ट की। बता दें कि इस उज्ज्वला योजना के जरिये खाना पकाने के पारंपरिक साधनों के बजाय एलपीजी जैसे स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल किया जाए।