राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि देश एक निर्णायक दौर से गुजर रहा है, ऐसे में ध्यान भटकाने वाले मुद्दों में उलझने और निरर्थक विवादों में पड़ने की बजाए सभी को एकजुट होकर गरीबी, अशिक्षा और असमानता को दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए। देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ आज हम अपने इतिहास के एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जो अपने आप में बहुत अलग है। आज हम कई ऐसे लक्ष्यों के काफी करीब हैं, जिनके लिए हम वर्षों से प्रयास करते आ रहे हैं ।’’ उन्होंने कहा कि आज हम एक निर्णायक दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हम ध्यान भटकाने वाले मुद्दों में न उलझें और ना ही निरर्थक विवादों में पड़कर अपने लक्ष्यों से हटें। राष्ट्रपति ने इस संदर्भ में सबके लिए बिजली, खुले में शौच से मुक्ति, सभी बेघरों को घर और अति-निर्धनता को दूर करने के लक्ष्य के पहुँच में आने का जिक्र किया ।
उन्होंने कहा कि आज जो निर्णय हम ले रहे हैं, जो बुनियाद हम डाल रहे हैं, जो परियोजनाएं हम शुरू कर रहे हैं, जो सामाजिक और आर्थिक पहल हम कर रहे हैं, उन्हीं से यह तय होगा कि हमारा देश कहाँ तक पहुंचा है।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ यह भारत देश ‘हम सभी लोगों’ का है, न कि केवल सरकार का । एकजुट होकर, हम ‘भारत के लोग’ अपने देश के हर नागरिक की मदद कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ एकजुट होकर, हम अपने वनों और प्राकृतिक धरोहरों का संरक्षण कर सकते हैं, हम अपने ग्रामीण और शहरी पर्यावास को नया जीवन दे सकते हैं। हम सब गÞरीबी, अशिक्षा और असमानता को दूर कर सकते हैं ।’’ एकजुटता के महत्व को रेखांकित करते हुए कोविंद ने कहा कि हम सब मिलकर ये सभी काम कर सकते हैं। यद्यपि इसमें सरकार की प्रमुख भूमिका होती है, परंतु एकमात्र भूमिका नहीं।
The citizens who wait in a queue for their turn and respect the rights of those standing in front of them, create the India of the dreams of freedom fighters. This is a very small effort. Let us make it a part of our lives: President Ram Nath Kovind. #IndependenceDay2018 pic.twitter.com/9Lj8UxhTyM
— ANI (@ANI) August 14, 2018
राष्ट्रपति ने कहा कि देश में बदलाव और विकास तेजी से हो रहा है और इस की सराहना भी हो रही है । कोविंद ने कहा कि हमारे सामने, सामाजिक और आर्थिक पिरामिड में सबसे नीचे रह गए देशवासियों के जीवन-स्तर को तेजी से सुधारने का अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान के दायरे में उन 117 आकांक्षी जिलों को भी शामिल कर लिया गया है, जो आजादी के सात दशक बाद भी हमारी विकास यात्रा में पीछे रह गए हैं।
उन्होंने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान का कार्य केवल सरकार द्वारा नहीं किया जा रहा है। यह अभियान सरकार और समाज के संयुक्त प्रयास से चल रहा है । और हमें अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के कार्यक्रमों और परियोजनाओं का पूरा-पूरा उपयोग करना है। कोविंद ने कहा कि इस बार स्वाधीनता दिवस के साथ एक खास बात जुड़ी हुई है। आगामी 2 अक्टूबर से, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समारोह शुरू हो जाएंगे।
15 August is sacred for every Indian. Our tricolour is a representation of our nation. Independence of India was a result of the sacrifice of freedom fighters and ancestors: President Ram Nath Kovind in his address to the nation on the eve of #IndependenceDay pic.twitter.com/ItYLlA0GBU
— ANI (@ANI) August 14, 2018