छत्तीसगढ़ के रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकारी हेलीकॉप्टर में बैठकर एक जोड़े की प्री-वेडिंग फोटो शूट की तस्वीर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। स्टेट हैंगर परिसर सुरक्षा के लिहाज से अधिग्रहित क्षेत्र है। यहां किसी भी अनजान व्यक्ति को बिना इजाजत अंदर जाने की मनाही है। ऐसे में फोटोग्राफर के साथ एक जोड़ा मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर में बैठ कर फोटोशूट कैसे करवा सकता है।

फोटो सेशन की तस्वीर सामने आने के बाद सीएम की सुरक्षा में चूक का मामला जैसे ही तूल पकड़ा, भूपेश बघेल की मौजूदगी में विमानन और इंटेलिजेंस अफसरों की बैठक हुई। हालांकि, सीएम भूपेश बघेल ने बाद में कहा कि नव विवाहित जोड़ों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाए। उन्होंने नवदंपति को आशीर्वाद देने के साथ ऐसी गलती दोबारा न करने की नसीहत दी।

दरअसल, जशपुर के बीजेपी नेता संकेत साय ने अपनी पत्नी के साथ पुलिस लाइन स्थित स्टेट हैंगर में फोटोशूट कराया था। कुछ दिन पहले ही संकेत की शादी हुई है। नवविवाहित दंपत्ति की फोटो वायरल होने के बाद मामले को सुरक्षा में गंभीर चूक माना गया। छत्तीसगढ़ विमानन संचालनालय ने घटना की जांच के आदेश दिए। जांच के बाद स्टेट हैंगर में वाहन चालक योगेश्वर की गलती पाई गई। स्टेट हैंगर के अंदर संकेत साय को फोटोशूट की इजाजत योगेश्वर ने दी थी। फिलहाल उसे निलंबित कर दिया गया।

उधर, कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने डीजीपी को पत्र में सवाल उठाया है कि फोटोशूट में 10 से ज्यादा लोग स्टेट हैंगर के अंदर कैसे गए। स्टेट हैंगर के ऑफिस का इस्तेमाल चेंजिंग रूम के रूप में किया गया। उन्होंने उसे बहुत गंभीर मामला बताया। कांग्रेस ने शिकायत में यह भी लिखा कि सुरक्षा में चूक के कारण कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेताओं को खोया है। लिहाजा, इस बात की जांच की जरूरत है कि हेलीकॉप्टर में माइक्रोचिप, सेंसर, वाइस रिकॉर्डर या किसी प्रकार का विस्फोटक सामान तो नहीं रखा गया है।