प्रयागराज महाकुंभ मेले में देश-विदेश से आने वाले लाखों लोगों के लिए कई चीज आकर्षण के होते हैं। उनमें टेंट सिटी भी एक बड़ी व्यवस्था है। महाकुंभ प्रयागराज के एडीएम मेला विवेक चतुर्वेदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को इसके बारे में बताया। उन्होंने कहा, “कुंभ मेले में ही टेंट सिटी का कॉन्सेप्ट पेश किया गया था…अरैल में हमारी टेंट सिटी आएगी, वहां 2000 टेंट होंगे…लोग इसके लिए बुकिंग करा सकते हैं। इसके अलावा…अन्य सेक्टरों में भी हम 400 टेंट की टेंट सिटी ला रहे हैं…टेंट सिटी के अंदर 5 स्टार जैसी सभी सुविधाएं होंगी…यहां आने वाले लोग टेंट बुक करा सकते हैं और सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं…।”

इससे पहले प्रदेश सरकार ने अलग महाकुंभ जनपद का सृजन किया है। पूरे भारत में उत्तर प्रदेश संभवतः इकलौता ऐसा प्रदेश है जहां कुंभ और महाकुंभ मेले के आयोजन के लिए एक अलग जनपद का सृजन होता है और वह भी केवल मेला अवधि के लिए। शासन ने प्रयागराज महाकुंभ के लिए प्रदेश के 76वें जिले की अधिसूचना जारी कर दी है।

प्रयागराज के जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने शासन के निर्देश पर मेले के आयोजन के लिए महाकुंभ मेला जनपद की अधिसूचना रविवार को जारी कर दी। इस जनपद में संपूर्ण परेड ग्राउंड के साथ ही कई राजस्व गांवों को शामिल किया गया है। अधिसूचना के मुताबिक, नए जनपद में चार तहसील सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना के 66 ग्राम तथा संपूर्ण परेड क्षेत्र को शामिल किया गया है।

जनपद के जिलाधिकारी की जिम्मेदारी मेलाधिकारी विजय किरन आनंद को दी गई है। यह जिला एक दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक अस्तित्व में रहेगा। राज्य सरकार ने महाकुंभ की व्यापक तैयारियों के मद्देनजर मेलाधिकारी के पद पर विजय किरन आनंद और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर राजेश द्विवेदी की नियुक्ति पहले ही कर दी है। अधिसूचना के मुताबिक, मेलाधिकारी के पास कार्यकारी मजिस्ट्रेट, जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी के अधिकार होंगे।

महाकुंभ मेला जनपद में तीन अपर जिलाधिकारी, 28 उप जिलाधिकारी, एक तहसीलदार और 24 नायब तहसीलदार होंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (कुंभ) राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस पूरे जनपद में 56 थाने, 155 पुलिस चौकियां, एक साइबर सेल थाना, एक महिला थाना और तीन जल पुलिस थाने होंगे।