आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम वर्ल्‍ड कल्‍चर फेस्‍ट‍िवल से ऐन पहले शुक्रवार शाम हुई भारी आंधी बारिश भी समर्थकों का हौसला नहीं तोड़ सकी। कार्यक्रम में हजारों लोगों और कलाकारों की भीड़ जुटी। पीएम नरेंद्र मोदी, नेपाल के डिप्‍टी पीएम कमल थापा और सउदी के प्रिंस भी पहुंचे। पंडितों ने वैदिक मंत्रों से कार्यक्रम की शुरुआत की।  यहां कई तरह के सांस्‍कृतिक कार्यक्रम हुए। उधर, आयोजन स्‍थल के करीब के इलाकों मसलन अक्षरधाम, यमुना बैंक और मयूर विहार की सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया। दिल्‍ली पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे इन इलाकों से गुजरने से परहेज करें।

मोदी ने कहा, खुद को कोसते रहे तो दुनिया हमें क्‍यों देखेगी 

मोदी ने कहा, ”भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है। दुनिया मानवीय मूल्यों से जुड़ सकती है। हम दुनिया की आवश्यकताओं को कुछ न कुछ किसी न किसी रूप में परिपूर्ण कर सकते हैं। ये तब हो सकता है जब हमें इस महान विरासत पर गर्व हो। हम खुद को कोसते रहेंगे तो दुनिया हमारी ओर क्यों देखेगी?” इससे पहले, रविशंकर ने कार्यक्रम को लेकर हो रही आलोचना पर कहा कि कुछ लोग भले ही इसे निजी कार्यक्रम बता रहे हों लेकिन पूरा संसार ही उनके परिवार के समान है। रविशंकर ने यह भी कहा कि इतने बड़े पैमाने पर कोई कार्यक्रम आयोजित करवाने पर इस तरह की समस्‍याएं अमूमन आती ही हैं। इससे पहले, हजारों डांसर और बच्‍चों की परफॉर्मेंस के दौरान बारिश होने लगी, जिसके बाद उन्‍हें आड़ लेना पड़ा। हालांकि, कुछ देर बाद ही बारिश रुक गई। पीएम मोदी जिस स्‍टेज पर बैठे, वह खास तौर पर उनके और कुछ अन्‍य वीवीआईपीज के‍ लिए बनाया गया था। बता दें कि इस कार्यक्रम में भीड़ और ट्रैफिक को संभालने के लिए दिल्‍ली पुलिस ने बड़े पैमाने पर इंतजाम किया था। करीब 1700 पुलिसकर्मियों को लगाया गया।

श्री श्री को राहत

इससे पहले, नेशनल ग्रीन ट्रिब्‍यूनल ने श्री श्री को बड़ी राहत दी। कोर्ट ने उन्‍हें जुर्माने की रकम तीन हफ्ते में जमा कराने की सहूलियत दी। कोर्ट ने कहा कि वे तुरंत 25 लाख जमा करें और बाकी की रकम तीन हफ्तों में चुका दें। कोर्ट ने आर्ट ऑफ लिविंग पर पांच करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था।

READ ALSO: ‘जुर्माना नहीं दूंगा, जेल जाऊंगा’ वाले बयान पर NGT ने कहा- श्री श्री जैसे शख्‍स से यह उम्‍मीद न थी