प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्‍मीर पर ‘चुप्‍पी’ तोड़ने हुए युवाओं का आह्वान किया है। उन्‍होंने घाटी के युवाओं से अपील की हैं कि वे कश्‍मीर को फिर से धरती का स्‍वर्ग बनाने की कोशिश करें। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को मध्‍य प्रदेश में अाजादी के 70 साल और भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के मौके पर ‘याद करो कुर्बानी’ कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए यह बात कही। उन्‍होंने अपने वक्‍तव्‍य में कहा, ”मैं देश को धन्‍यवाद देना चाहता हूं। मैं कांगेस को धन्‍यवाद देना चाहता हूं कि हम सभी ने कश्‍मीर के मुद्दे से निपटने के लिए बहुत मैच्‍योर तरीके से व्‍यवहार किया है।” माेदी ने कहा कि हर भारतीय कश्‍मीर से प्‍यार करता है। उन्‍होंने कहा, ”हर भारतीय कश्‍मीर जाना चाहता है, हर भारतीय कश्‍मीर से प्‍यार करता है। हम उन लोगों में से हैं जो कश्‍मीर की बात आने पर अटल बिहारी वाजपेयी के रास्‍ते पर चलते हैं। कश्‍मीर, जो कि सबको इतना प्‍यार देता है, उसे कुछ लोग बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं।”

मोदी ने मंच से कहा कि हर कश्‍मीरी एक भारतीय की तरह आजादी का हकदार है। उन्‍होंने कहा, ”हम कश्‍मीर के हर युवा का सुनहरा भविष्‍य चाहते हैं। पीड़ा है कि जिन बालकों के हाथ में लैपटॉप, किताब, बैट होना चाहिए, मन में सपने होने चाहिए, उनके हाथ में पत्‍थर होते हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्‍मीर समस्‍या का हल विकास में तलाशने की कोशिश हो रही है। उन्‍होंने कहा, ”चाहे वह महबूबा जी के नेतृत्‍व में जम्‍मू-कश्‍मीर की सरकार हो या केन्‍द सरकार, हम विकास के जरिए सभी समस्‍याओं का एक हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं। हम वे हैं जो विकास को समस्‍याओं के समाधान की तरह देखते हैं। लेकिन कुछ लोग बर्बादी को हल मानते हैं। हमारा राष्‍ट्रध्‍वज लोगों को देश का भविष्‍य बदलने के लिए प्रेरित करता है। यह हममें देश‍भक्ति‍ जगाता है।”

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मोदी मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी चंद्र शेखर आजाद के गांव अलीराजपुर पहुंचे। मोदी उनके गांव जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। पीएम ने वहां जाकर ‘याद करो कुर्बानी’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के द्वारा केंद्र सरकार आजादी के 70 सालों का जश्न मना रही है। इसका मकसद ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के 74 साल पूरे होने का जश्न मनाना भी है।