प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से फर्जी गौरक्षकों पर हमला किया है। TOI के मुताबिक, रविवार (7 अगस्त) को तेलंगाना में हुई रैली के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, ‘ये फर्जी गौरक्षक जो हैं इनकी पहचान की जानी चाहिए और फिर सजा दी जानी चाहिए। इन लोगों को गाय की रक्षा से कोई मतलब नहीं है। मैं सभी राज्य सरकारों से निवेदन करता हूं कि ऐसे गौ रक्षकों की लिस्ट तैयार करें जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।’
मोदी यहां सुपर थर्मल पावर परियोजना (एसटीपीपी) के पहले चरण की आधारशीला रखने के लिए गए थे। इस मौके पर पीएम ने कहा कि तेलंगाना सबसे छोटी उम्र का राज्य है। जिसे बने सिर्फ दो साल हुए हैं। पीएम ने बताया कि इतने कम वक्त में भी तेलंगाना ने बहुत कुछ पा लिया है। उन्होंने कहा कि जिस उद्देशय के साथ तेलंगाना को बनाया गया था वह अब पूरा हो रहा है। पीएम ने पानी की बर्बादी को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि हमें पानी का महत्व तब ही समझ आता है जब पानी नहीं रहता। पीएम ने पोरबंर का उदाहरण देते हुए कहा कि महात्मा गांधी की जन्मभूमि पर 200 साल पहले से पानी का संरक्षण होता आया है।
#WATCH: PM Narendra Modi speaks on fake 'gau rakshaks', stresses on the need to expose and punish them, in Telanganahttps://t.co/rxoMeCiV8n
— ANI (@ANI) August 7, 2016
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इससे पहले शनिवार (6 अगस्त) को पीएम मोदी ने फर्जी गौसवकों पर भी हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि गौसवकों के नाम पर लोगों ने अपनी दुकानें खोल ली हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें यह सब देखकर बहुत गुस्सा आता है। मोदी ने बताया कि कुछ लोग रात में गैर कानूनी काम करते हैं और दिन में गौसेवक बन जाते हैं। मोदी ने राज्य सरकारों से ऐसे लोगों का लेखा-जोखा तैयार करने को भी कहा। मोदी ने दावा किया कि 70-80 प्रतिशत लोग नकली गौ-सेवक हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘आपको जानकर हैरानी होगी कि ज्यादातर गाय कत्ल की वजह से नहीं प्लास्टिक खाने से मरती हैं। एक बार मैंने देखा कि एक गाय के पेट में से पूरे दो बाल्टी प्लास्टिक निकला। ऐसे गौ सेवकों से मेरा अनुरोध है कि वे गाय का प्लास्टिक खाना बंद करवा दें और लोगों द्वारा प्लास्टिक फेंकना बंद करवा दें तो वह असली सेवा होगी।’
