रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना को आधुनिक सुविधा मुहैया कराने के लिए पिनाका रॉकेट लॉन्चर सिस्टम के लिए हरी झंडी मिलती दिख रही है। भारतीय सेना के तोपखानों को और आधुनिक बनाने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक के गोला बारूद खरीदने के लिए मंजूरी मिलने वाली है। सुरक्षा को लेकर बनाई गई मंत्रिमंडलीय समिति ने रक्षा सौदे के इस महत्वपूर्ण फैसले को मंजूरी पिछले सप्ताह ही दे दी थी। इस फैसले के तहत दो भिन्न प्रकार के गोला-बारूद खरीदें जाएंगे।

दुश्मन देशों को युद्ध क्षेत्र में मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना अपनी तैयारी में लगी रहती है। इसी कड़ी में भारतीय सेना को मजबूती प्रदान करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 10,200 करोड़ रुपये से अधिक के पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर हथियार प्रणालियों के गोला बारूद खरीदने को लेकर अनुबंध पर हस्ताक्षर करने की तैयारी चल रही है।

पिनाका रॉकेट सिस्टम में किए गए कई महत्वपूर्ण सुधार

जानकारी के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष के अंत में इस एमओयू पर मुहर लग सकती है। 31 मार्च से पहले इन दो बड़े अनुबंधों के तहत 5700 करोड़ का हाई-विस्फोटक प्री-फ्रैगमेंटेड गोला-बारूद और 4500 करोड़ रुपये का एरिया डिनायल म्यूनिशन का सौदा किया जा सकता है। पिनाका रॉकेट के निर्यात के लिए कई देशों ने रुचि दिखाई है। इसे आर्मेनिया खरीद चुका है जबकि फ्रांस सहित कई यूरोपीय देश इसमें रुचि दिखा रहे हैं। इसकी सफलता एक बड़ी कहानी बनती जा रही है।

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इस रॉकेट सिस्टम के कई वैरिएंट उपलब्ध हैं। ये रॉकेट 75 किलोमीटर और उससे भी अधिक दूरी तक लक्ष्य भेदने में सक्षम है। इसकी सटीक मारक क्षमता दुनिया के सबसे एडवांस्ड आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम में से एक है। DRDO द्वारा विकसित पिनाका रॉकेट सिस्टम में कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। पिनाका द्वारा लक्ष्य भेदने की दूरी को भी बढ़ाने की तैयारी है। 75 किमी से आगे बढ़ाते हुए इसे 120 किमी और फिर 300 किमी तक विस्तारित करने की योजना है।