हरियाणा पुलिस ने आज कहा कि राज्य में हिसार जिले के बरवाला स्थित आश्रम में छिपे स्वयंभू संत रामपाल को पकड़ने के लिए अभियान जारी रहेगा । कल रामपाल के समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़पों के बाद पुलिस ने शाम के समय अभियान स्थगित कर दिया था । कल हुई हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे ।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कल अभियान इसलिए स्थगित कर दिया गया था, ताकि यहां सतलोक आश्रम से रामपाल के अनुयायी बाहर आ सकें और अपने घरों को लौट सकें । रात में कुछ महिलाएं और बच्चे बाहर आए तथा वे अपने घरों को लौटने की प्रक्रिया में हैं ।
उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी रामपाल को आश्रम से बाहर निकालने और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में पेश किए जाने तक अपना अभियान जारी रखेंगे ।
उच्च न्यायालय ने रामपाल के खिलाफ नए सिरे से गैर जमानती वारंट जारी किया था ।
रामपाल को गिरफ्तार करने के प्रयासों के तहत कल हुई झड़पों में सुरक्षाकर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे । सुरक्षाकर्मियों को स्वयंभू संत के समर्थकों की ओर से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा था जिन्होंने कथित तौर पर पुलिस पर गोलीबारी की थी और पेट्रोल बम फेंके थे ।
पुलिस ने रामपाल के समर्थकों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे और लाठीचार्ज किया था ।
तनाव उस समय बढ़ा था जब रामपाल के समर्थकों ने पुलिस की ओर से लाउडस्पीकरों पर की गई घोषणाओं को अनसुना कर दिया । पुलिस ने इन लोगों से कहा था कि वे सुरक्षाकर्मियों को परिसर के अंदर प्रवेश करने दें ।
पुलिस ने आरोप लगाया था कि रामपाल ने आश्रम के भीतर लोगों को बंधक बना लिया है ।
उच्च न्यायालय ने अवमानना मामले में रामपाल के बार…बार पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ नए सिरे से गैर जमानती वारंट जारी किया था और अधिकारियों को स्वयंभू संत को पेश करने के लिए शुक्रवार तक की समयसीमा दी है ।