जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पम्पोर इलाके में एक सरकारी इमारत में घुसे आतंकियों से लड़ते हुए शहीद होने वाले कैप्टन पवन कुमार को सोमवार को अंतिम विदाई दी गई। शहीद कैप्टन पवन कुमार हरियाणा के जींद के रहने वाले थे। सेना ने रविवार को हरियाणा के लोगों से अपील की है कि राज्य के सपूत की अंतिम विदाई देने में सहयोग करें। तेइस वर्षीय कैप्टन कुमार जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए।

इससे पहले पवन के पिता ने कहा कि उन्हें अपने इकलोते बेटे की शहादत पर गर्व है। सेना के एक प्रवक्ता ने कैप्टन पवन के पिता राजबीर सिंह के हवाले से कहा, ‘‘मेरे पास एक ही बेटा था और मैंने उसे सेना और राष्ट्र के लिए दे दिया। इस पर किस पिता को गर्व नहीं होगा।’’ प्रवक्ता ने कहा कि 22 वर्षीय अधिकारी हरियाणा के जींद के रहने वाले थे। वह तीन साल पहले सेना में शामिल हुए थे और हाल में उन्होंने दो कामयाब अभियानों में हिस्सा लिया था जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए थे।

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