पठानकोट एयरबेस हमले में शामिल में चार आतंकी 24 घंटे तक मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज के एक बंद शेड में रहे थे। हमले की जांच कर रही नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी(एनआईए) के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को यह जानकारी दी है। इससे पता चलता है कि आतंकियों ने हमले से पहले इस जगह की रैकी की थी। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अब तक इकट्ठे किए गए सबूतों के आधार पर साफ है कि आतंकी एमईएस बिल्डिंग में ताला तोड़कर अंदर घुसे और उसे अपना अड्डा बना लिया। यह बिल्डिंग अनुपयोगी सामान रखने के लिए काम में ली जाती है।
अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने वहीं पर खाना खाया और वहां पड़े फर्नीचर को हटाकर सोए थे। हमारा अनुमान है कि एयरबेस में घुसने के बाद आतंकियों ने एमईएस शेड में आराम किया और अंधेरा होने का इंतजार किया ताकि सुरक्षा गार्ड्स के थकने पर हमला किया जा सके। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि हमलावरों ने यूकेलिप्टस पेड़ पर चढ़कर एयरबेस की बाहरी दीवार को लांघा और फिर कंटीले तारों की बाड़ को काटकर नायलोन की रस्सी की मदद से अंदर घुसे थे।
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वहीं एनआईए का कहना है कि वह इस बात को लेकर निश्चित नहीं है कि हमले में कितने लोग शामिल थे। अभी तक चार कलाशनिकोव राइफलों, तीन पिस्तौल के साथ चार शव बरामद किए गए हैं। गुरदासपुर एसपी सलविंदर सिंह के बारे में एनआईए सूत्रों ने बताया कि अभी तक उनके हमले से जुड़े होने का कोई सबूत नहीं मिला है। वे पूछताछ में पूरी मदद कर रहे हैं।
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