राज्यसभा में वंदे मातरम और लोकसभा में SIR पर चर्चा हुई। चुनाव सुधारों पर चर्चा पर भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि चुनावी सुधारों पर चर्चा हो रही है, लेकिन कांग्रेस के दिमाग में सिर्फ SIR है। उन्होंने कहा कि अगर SIR हो जाए तो मतदाता सूची शुद्ध हो जाएगी। चुनाव सुधारों को कोई ना नहीं कहता। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राज्यसभा में बीजेपी पर हमला बोला है। खड़गे ने कहा, ““कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘वंदे मातरम’ को नारा बनाने का काम किया। आपका इतिहास रहा है कि आप हमेशा स्वतंत्रता संग्राम और देशभक्ति गीतों के खिलाफ रहे।” उन्होंने आगे कहा, “जब महात्मा गांधी ने 1921 में असहयोग आंदोलन शुरू किया था, तब कांग्रेस के लाखों स्वतंत्रता सेनानी ‘वंदे मातरम’ का नारा लगाते हुए जेल गए थे। आप क्या कर रहे थे? आप अंग्रेजों के लिए काम कर रहे थे।”
लोकसभा में चुनावी सुधारों पर चर्चा: कांग्रेस पार्टी के सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में इलेक्शन रिफॉर्म यानी चुनाव सुधारों पर बहस की शुरुआत की है। इस दौरान उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यहां कई सदस्यों को भारत के चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना पड़ रहा है। पहला सुधार जो होना चाहिए, वह है चुनाव आयोग के सदस्यों के चयन को नियंत्रित करने वाले कानून में संशोधन। मेरा सुझाव है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के मुख्य न्यायाधीश को चुनाव आयोग की समिति में जोड़ा जाना चाहिए।”
लोकसभा में बोलते हुए, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “और 15 जून 1949 को, जब डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने चुनाव आयोग पर अनुच्छेद 289 का मसौदा प्रस्तुत किया, तो उस सदन के सदस्य शिब्बन लाल सक्सेना ने कहा था और मैं उद्धृत करना चाहूंगा, ‘हमारे संविधान में अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर विधायिका को भंग करने का प्रावधान है। इसलिए यह बहुत संभव है कि प्रांत और केंद्र में विभिन्न विधानसभाओं के चुनाव एक साथ न हों। हर बार, कहीं न कहीं कोई न कोई चुनाव होगा। हो सकता है कि शुरुआत में या पांच या दस साल बाद ऐसा न हो। लेकिन दस या बारह साल बाद, हर पल, किसी न किसी प्रांत में कोई न कोई चुनाव चल रहा होगा’इस पर चर्चा करने की आवश्यकता है क्योंकि संविधान निर्माताओं ने इसे ध्यान में रखा और कहा कि विभिन्न राज्यों में अलग-अलग समय पर चुनाव होंगे।”
Parliament Session LIVE: कांग्रेस से कौन-कौन बोलेगा?
कांग्रेस की ओर से अन्य वक्ताओं में दीपेंद्र हुड्डा, बिमोल अकोईजाम, प्रणीति शिंदे, प्रशांत पडोले, किरण चमाला रेड्डी और ज्योत्सना महंत अपने विचार वंदे मातरम पर रखने वाले हैं।
Parliament Session LIVE: क्यों हो रही वंदे मातरम पर चर्चा?
संसद में यह चर्चा, बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित और जदुनाथ भट्टाचार्य द्वारा संगीतबद्ध वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर वर्ष भर आयोजित होने वाले समारोह का हिस्सा है।
Parliament Session LIVE: 10 घंटे होगी चर्चा
लोकसभा में ‘राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर चर्चा’ सोमवार के लिए सूचीबद्ध है और इस पर बहस के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
Parliament Session LIVE: वंदे मातरम पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर सोमवार को लोकसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे। इसमें राष्ट्रीय गीत के बारे में कई महत्त्वपूर्ण और अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना है।
