2013 के पैरा ओलंपिक में भारत के लिए दो सिल्वर मेडल जीतने वाले पैरा साइकिलिस्ट आदित्य मेहता को हवाई अड्डे के अधिकारियों द्वारा दो बार अपमानित किया गया। आदित्य के साथ यह भारत के दो अलग-अलग शहरों में हुआ। आदित्य ने इस बात के बारे में फेसबुक पर गुस्सा निकालते हुए एक पोस्ट शेयर की है। आदित्य की पोस्ट के मुताबिक, दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उन्हें उनका कृत्रिम पैर निकालकर दिखाने को मजबूर किया गया। उसके बिना उन्हें आगे नहीं जाने दिया जा रहा था। वहीं दूसरी बार बेंगलूरू के एयरपोर्ट पर भी उनके साथ ऐसा ही हुआ। उस वक्त वह चंड़ीगढ़ के लिए फ्लाइट पकड़ना चाहते थे।

आदित्य के मुताबिक, वहां के अधिकारियों ने ऐसा करवाने के बाद भी कोई माफी नहीं मांगी। साथ ही आदित्य ने जब उनसे पूछा कि वहां पर पूरी बॉडी को चेक करने वाले स्कैनर क्यों नहीं है? तो अधिकारियों ने कम बजट का राग अलापना शुरू कर दिया। आदित्य ने लिखा है कि उन्होंने इस चीज की शिकायत CISF से भी की थी। आदित्य ने लिखा कि इस तरीके के घटना बताती हैं कि ओलंपिक में भारत की शान बढ़ाने वालों को लोग बाद में कैसे भूल जाते हैं। इसके साथ ही मेहता ने लिखा कि वह इस पोस्ट को इसलिए लिख रहे है ताकि आने वाले वक्त में देश का नाम रोशन करने वाले किसी भी खिलाड़ी के साथ ऐसा ना हो।