सूखे से जूझ रहे लातूर में राहत कार्यों का जायजा लेने के दौरान सेल्फियां खींचने के चलते विवादों में आईं महाराष्ट्र की राजस्व मंत्री पंकजा मुंडे सोमवार को कैबिनेट मीटिंग में नहीं गई। वजह बताई गई-खराब सेहत। उनके एक साथी ने कहा,’ लातूर में सूखे से राहत के कामों की जांच के चलते देर तक तेज धूप में रहने के कारण कल रात से ही उन्हें सिरदर्द है। आज सुबह से ही उन्हें बैचेनी महसूस हो रही थी और वह रूटीन चैकअप के लिए भी गई थी। इसके चलते वह सुबह 11 बजे हुई कैबिनेट मीटिंग में नहीं जा पाईं।’
वहीं विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी के साथ ही सहयोगी शिवसेना ने भी मुंडे पर भी निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा,’मंत्री मुंडे की हरकत से फड़णवीस सरकार के सूखा पर्यटन की गतिविधियां हाईलाइट हुई हैं। कुछ दिनों पहले ही मंत्री एकनाथ खड़से ने 10 हजार लीटर पीने के पानी के उपयोग से हैलीपेड तैयार कराया।’ शिवसेना नेता मनीषा कायांडे ने कहा,’जब पानी की भीषण कमी चल रही है तब मंत्री का सेल्फी खींचना दुर्भाग्यजनक है। पानी की कमी के चलते लोगों को भारी कठिनाई हो रही है। राजनेताओं को अपनी हरकतों को लेकर सतर्क रहना चाहिए।’ एनसीपी के नवाब मलिक ने कहा कि ऐसा लगता है कि मंत्री सूखा प्रभावित इलाके में जाने के बजाय किसी दावत में गई थीं।
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आलोचनाओं पर मुंडे की ओर से भी पलटवार किया गया। उनकी ओर से जारी बयान में कहा गया,’मेरे लातूर दौरे में मैंने सूखा राहत के लिए कई रिव्यू बैठकें लीं। हमने पानी की तलाश में गहराई तक खुदाई कराई लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार को साई बैराज में मंजरा नदी में पानी देखकर मुझे पानी देखकर खुशी हुई। इसलिए मैंने कुछ फोटो खींची और वहां चल रहे काम की रिकॉर्डिंग की। यह किसी कार्यक्रम या फंक्शन की फोटो नहीं थी। लेकिन कुछ लोगों ने इसे घुमा दिया। मैं यह पढ़कर व्याकुल हूं कि मेरा मेकअप खराब हो गया था। मेरे पास इसका कोई जवाब नहीं है। मैंने फोटो 45 डिग्री तापमान में खींची थी। वह उत्साह में नहीं बल्कि संतुष्टि के लिए खींची गई थी।’