पाकिस्तानी मूल की 34 वर्षीय ब्रिटिश महिला मरियम खालिक़ ने अपनेे दो साल से गायब भारतीय शौहर को खोजकर उससे तलाक लिया। मरियम के अनुसार वो 34 वर्षीय नौशाद हुसैैन से फेसबुक पर मिली थी। नौशाद उस समय स्कॉटलैंड में पढ़ाई कर रहा था। 18 महीने के प्यार के बाद अप्रैल 2013 में दोनों ने शादी कर ली। दोनों करीब एक साल साथ रहे। उसके बाद नौशाद उसे छोड़कर भारत आ गया और कभी वापस नहीं गया। नौशाद मरियम से कह कह गया था अपने मां-बाप को उनके रिश्ते के लिए मना लेने के बाद ब्रिटेन वापस आएगा।
मरियम कहती हैं, “मुझे नहीं पता था कि उसके दिमाग में क्या था। उसने मुझे केरल ले जाकर दोबारा पारंपरिक तरीके से निकाह करना का वादा किया था।” मरियम के अनुसार भारत जाने के बाद नौशाद ने उसकी अनदेखी शुरू कर दी। उसने उसका फ़ोन उठाना बंद कर दिया और फिर सोशल मीडिया पर भी ब्लॉक कर दिया। मरियम कहती हैं, “मेरे प्यार सच्चा था और मैं इससे बिखर गयी।”
मरियम का दिल भले ही टूट गया हो लेकिन हौसला नहीं टूटा था। उन्होंने भारत आकर नौशाद को खोजने का फैसला किया। उनके सामने सबसे बड़ी मुश्किल ये थी कि उन्हें अपने शौहर का पूरा पता नहीं मालूम था। उन्हें बस ये पता था कि वो केरल के चावक्कड के निकट स्थित अकालड का रहने वाला है। मरियम कहती हैं, “उसने मुझे अपने घर की तस्वीर दी थी जिसमें बड़ा सा गेट लगा हुआ था।” मरियम ने स्थानीय समाजसेवी संस्था ‘स्नेहिता’ के कार्यकर्ताओं को भेजी। वकील सुधा हरिदास और मोहम्मद इस्माइल ने उनकी मदद की। हरिदास बताते हैं, “जब हम तस्वीर के सहारे नौशाद का घर खोजकर पहुंचे तो वो पहले मरियम और शादी के अनजान बना रहा।”
मरियम जब जनवरी 2015 में पहली बार केरल नौशाद के घर पहुंचीं तो उसने उन्हें दोस्त मानने तक से इनकार कर दिया। नौशाद की बेदिली से आहत मरियम ने स्थानीय पुलिस में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करायी। स्थानी अदालत ने आदेश दिया कि मरियम अपने शौहर के घर में रहने की हकदार है। मरियम के अनुसार नौशाद के घर वाले उनके संग गालीगलौज और दुर्व्यवहार करते थे। वो उन्हें बहू के तौर स्वीकार नहीं करना चाहते थे। मरियम के अनुसार उनके पाकिस्तानी मूल का होने की आड़ लेकर उसके ससुराल वालों ने उनके भारत आने पर रोक लगवाने की कोशिश की। मरियम के अनुसार उनके ससुराल वालों ने उन्हें आतंकवादी तक बताने की कोशिश और स्थानीय पुलिस की मदद से उनके चावाक्कड़ आने पर पाबंदी लगवानी चाही।
मरियम अक्टूबर 2015 में फिर भारत आईं। इस बीच नौशाद ने किसी और से निकाह कर लिया था। नौशाद की दूसरी बीवी के परिवार वाले उसे तलाक और पुलिस केस वापस लेने के बदले हर्जाना देने को तैयार थे। मरियम कहती हैं, “उनकी धमकियों के बावजूद मैं वापस जाने को नहीं तैयार थी। मेरे अडिग रुख की वजह से वो समझौते को तैयार हो गए थे।” मरियम जल्द ही लंदन वापस लौट आईं ताकि अपने तलाक की आधिकारिक प्रक्रियाएं पूरी कर सकें।
लंदन में अपनी शादी रद्द कराने के बाद इस साल 19 जनवरी को वो तीसरी बार केरल आईं। मरियम कहती हैं, “उसने किसी और औरत से शादी कर ली है तो दूसरी शादी का केस लड़ने का बहुत कम मतलब रह जाता है। इसलिए मैंने अदालत से बाहर समझौता करना मुनासिब समझा।” मरियम द्वारा मुकदमा वापस लेने के बाद उसे समझौते के पैसे मिल गए और वो लंदन वापस लौट आईं।
नौशाद अब अबु धाबी में बस चुका है। नौशाद ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि उसने मरियम से शादी ब्रिटेन का स्थायी वीज़ा पाने के लिए की थी। नौशाद ने कहा , “मैं 2010 में दो साल के वीज़ा पर ब्रिटेन गया था। जब मेरा वीज़ा खत्म होने वाला था तो मेरे पास उसे बढ़वाने का शादी ही एक तरीका था।” नौशाद का दावा है कि उसने मरियम को बता दिया था कि वो उसके साथ नहीं रहना चाहता लेकिन “उसने इस रिश्ते को गंभीरता से ले लिया। मेरे पास भागने के सिवा कोई चारा नहीं था।” नौशाद का दावा है कि उसने केरल पहुंचकर भी मरियम को बता दिया था कि वो ब्रिटेन वापस नहीं लौटेगा।