हाल ही में पाकिस्तानी उच्चायोग के एक स्टाफ के खिलाफ दिल्ली की महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि स्टाफ ने महिला को बाजार में गलत तरीके से छुआ। अब भारत ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दो राजनयिकों के खिलाफ जवाबी शिकायतें दर्ज कराने की धमकी दी। द इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार, इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने ‘नोट वर्बल’ भेजा जिसमें पाकिस्तानी राजधानी में हुई घटना के बारे में विस्तार से बताया है। नोट वर्बल कूटनीतिक संचार का एक अहस्ताक्षरित तथा कम-औपचारिक माध्यम है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को भेजे गए ‘नोट वर्बल’ में कहा गया है, “15 जनवरी को सुबह 10 बजे उच्चायोग से डिप्लोमेटिक एंक्लेव स्थित वर्ल्ड मार्ट मार्केट जाते समय, इस मिशन के दो स्टाफ सदस्यों का पाकिस्तानी एजंसी के कर्मचारियों ने पीछा किया और उनसे जनवरी में भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी संग हुई कथित घटना के बारे में पूछताछ की। उन्होंने अधिकारियों को धमकाया कि वे भी इसी तरह जवाब देंगे।”
नोट में आगे कहा गया, “मंत्रालय से दरख्वास्त है कि इस घटना की जांच करें और संबंधित एजंसी को निर्देश दें कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।” इसमें यह भी कहा गया है कि “मंत्रालय अपनी जांच के नतीजों को उच्चायोग संग साझा कर सकता है।” नोट में इस बात का भी जिक्र था कि डिप्लोमेट्स के परिवारिक सदस्यों के साथ ऐसी घटनाएं 1961 के विएना संधि का उल्लंघन हैं।
13 जनवरी को, एक महिला को बाजार में कथित तौर पर गलत तरीके से छूने के आरोप में पाकिस्तानी उच्चायोग के एक कर्मचारी को थाने लाया गया था। कर्मचारी का कहना था कि बाजार में भारी भीड़ होने की वजह से गलती से उसका हाथ महिला को छू गया था। कर्मचारी के महिला से माफी मांगने के बाद मामला सुलझ गया था।
सूत्रों ने कहा कि एक और ‘नोट वर्बल’ में 14 जनवरी को लाहौर में एक आतंकी के भाषण देने संबंधी रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय ने भी चिंता जताई है। सूत्रों के अनुसार, नई दिल्ली ने पाकिस्तानी सरकार से अंतररराष्ट्रीय दायित्वों का पालन करने तथा द्विपक्षीय समझौतों का सम्मान करने को कहा है।