गुरुवार रात पाकिस्तान ने भारत की पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की नापाक कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षाबलों की सतर्कता ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। खुफिया सूत्रों के अनुसार, जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की साजिश रची गई थी। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने समय रहते जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के एक ड्रोन को मार गिराया और सुरक्षा पर कोई आंच नहीं आने दी। इस घटनाक्रम के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीएसएफ और सीआईएसएफ के प्रमुखों से सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और हवाई अड्डों सहित संवेदनशील ठिकानों की चौकसी बढ़ा दी गई।
रात के समय जम्मू संभाग के किश्तवाड़, अखनूर, बारामुल्ला और पठानकोट में अचानक ब्लैकआउट हुआ, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। कई इलाकों में सायरन बजने लगे और लोगों ने आसमान में मिसाइल जैसी रोशनी देखी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से संभावित गोलाबारी और ड्रोन हमलों के चलते भारतीय सेना ने वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया। इस दौरान जैसलमेर में भी एक पाकिस्तानी ड्रोन को रोकते हुए विस्फोट की आवाजें सुनी गईं। पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील करते हुए भरोसा जताया कि सेना और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से तैयार हैं।
सेना ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के लाहौर सहित कई रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया। S-400 सुदर्शन चक्र की मदद से भारतीय वायुसेना ने एलओसी के नजदीक पाकिस्तानी गोलीबारी का करारा जवाब दिया। कुपवाड़ा, पुंछ, राजौरी और बारामुल्ला सेक्टरों में हुई पाकिस्तानी गोलाबारी के बाद भारत ने रणनीतिक रूप से निर्णायक कदम उठाए। इस पूरे घटनाक्रम पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने देश को जानकारी दी, वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में सभी दलों को भरोसे में लिया। बैठक में सभी दलों ने सेना के शौर्य की सराहना की और सरकार को समर्थन देने का भरोसा दिलाया।
What is Operation Sindoor । Aaj ki Taaja Khabar । ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पहले भारत ने कब-कब की बड़ी कार्रवाई
पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना कहते हैं, “हम सभी उपमहाद्वीप में मौजूदा घटनाक्रम से चिंतित हैं। यह बेहद चिंताजनक है… हम सभी देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरकार का समर्थन करेंगे। यह एक साहसी निर्णय है, हमें भारतीयों का तहे दिल से समर्थन करना चाहिए। हमें इस महत्वपूर्ण क्षण में सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए…”
किसी भी देश को किसी दूसरे देश द्वारा नियंत्रित भूमि से अपने खिलाफ किए जा रहे आतंकवादी हमलों को स्वीकार नहीं करना चाहिए। भारत द्वारा आतंकवादी ढाँचे पर हमला करना उचित है। आतंकवादियों को किसी भी तरह की छूट नहीं दी जा सकती।
No nation should have to accept terrorist attacks being launched against it from land controlled by another country.
— Rishi Sunak (@RishiSunak) May 7, 2025
India is justified in striking terrorist infrastructure. There can be no impunity for terrorists.
राजस्थान के राजस्थान में भाजपा नेता सतीश पूनिया ने कहा, “दुनिया जानती है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद भारत के लिए चुनौती था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार और सेना ने समय-समय पर इसका समाधान करने का प्रयास किया है…भारतीय सेना ने आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करके पूरे देश को गौरवान्वित किया और वैश्विक मंच पर साबित कर दिया कि पाकिस्तान आतंकवाद को पोषित करता है…भारतीय सेना के साथ पूरे समर्थन के साथ खड़े हैं…”
ऑपरेशन सिंदूर पर कर्नल सोफिया कुरैशी की मां ने कहा, “हमने अपनी बहनों और माताओं के सिंदूर का बदला ले लिया है।” उन्होंने भारतीय सेना के पराक्रम को सलाम किया।
विदेश मंत्रालय ने UNSC (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) के स्थायी और अस्थायी सदस्यों को बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूरी जानकारी दी।
दिल्ली में कल होने वाली सर्वदलीय बैठक पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “हम इसमें भाग ले रहे हैं। राहुल जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हम इसमें भाग ले रहे हैं।”
ऑपरेशन सिंदूर पर राजस्थान सरकार में मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा, “ये नया भारत है। ये भारत जो उसपर टेढ़ी आंख से देखता है, उसकी आंख निकालने की हिम्मत और काबिलियत रखता है।
कई देशों के राजनयिकों से भारत ने बात की है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद कूटनीति के तहत यह बातचीत की गई है। सभी को बताया गया है कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ यह कदम उठाया है।
एलजेपी-रामविलास नेता अरुण भारती ने कहा, “भारतीय सेना ने जिस बहादुरी के साथ अचूक और निर्णायक जवाबी कार्रवाई की है उसके लिए भारतीय सेना को सलाम है। पूरे देश को भारतीय सेना पर गर्व है। भारतीय सेना सिर्फ युद्ध के समय ही नहीं किसी भी आपदा के समय भी अपनी सेवाएं देने के लिए हमेशा तैयार रहती है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने आज ऑपरेशन सिंदूर के बारे में मीडिया को जानकारी दी । उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी ने कहा, ‘हमें बहुत गर्व है। हमारी बेटी ने हमारे देश के लिए बहुत बड़ा काम किया है। पाकिस्तान को नष्ट कर देना चाहिए… मेरे दादा, मेरे पिता और मैं सभी सेना में थे। अब वह भी सेना में है।”
फिल्म निर्देशक सुभाष घई कहते हैं, “कोई भी इंसान, कोई भी देश युद्ध पसंद नहीं करता। किसी को उस समय मारना जब वह अपने परिवार के साथ खेल रहा हो, खा रहा हो और मौज-मस्ती कर रहा हो, मानवता के खिलाफ है। यह युद्ध बहादुरी की ओर एक कदम है। हमें अपने प्रधानमंत्री और सरकार पर उनके प्रतिशोध के लिए गर्व है।”
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, “मैं भारतीय सेना को इस महान कार्य के लिए बधाई देना चाहता हूं। यह जैसे को तैसा है, पाकिस्तान को सिखाया गया एक आवश्यक सबक है। सभी राजनीतिक दल इसमें एक साथ हैं और सरकार जो भी निर्णय लेगी हम उसका समर्थन करेंगे। कोई भी सबूत नहीं मांग रहा है।”
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा, “आतंकवाद मानवता के खिलाफ है और इसे जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। हमारे देवता एक हाथ में फूल और दूसरे में शस्त्र रखते हैं। जो लोग कूटनीतिक तरीकों से नहीं सीखते, उन्हें सबक सिखाना होगा। भारत ने इस मामले में समझदारी भरा कदम उठाया और केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। देश और विदेश में रहने वाले भारतीय इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं कुछ न हो जाए। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि सब कुछ ठीक होगा और पीएम मोदी के नेतृत्व में देश सही फैसले ले रहा है, इसलिए किसी को भी आतंकवाद की चिंता करने की जरूरत नहीं है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हमने भगवान हनुमान के सिद्धांत का पालन किया जिसका पालन उन्होंने अशोक वाटिका में जाते समय किया था। जिन्ह मोहि मारा, तिन्ह मोहि मारे। हमने केवल उन लोगों को निशाना बनाया जिन्होंने हमारे निर्दोष लोगों को मारा।”
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है। हमारे देश के लोगों और हमारे सुरक्षा बलों ने कभी भी आतंकवाद और अलगाववाद को स्वीकार नहीं किया है। हमने हमेशा उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है। हम शांति में विश्वास करते हैं और कभी किसी को भड़काते नहीं हैं, लेकिन अगर कोई हमारे साथ अन्याय करता है और कुछ गलत करता है, तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देना जानते हैं। हम अपने सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं और हम उन्हें सलाम करते हैं। हम भारत सरकार के साथ खड़े हैं।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने “भारत माता की जय” के नारे लगाने में दर्शकों का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, “आप जानते हैं कि आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, हमारे भारतीय सशस्त्र बलों ने हम सभी को गौरवान्वित किया है।”
पद्मश्री पुरस्कार विजेता अशोक कुमार महापात्रा कहते हैं, “यह एक बेहतरीन ऑपरेशन था और पूरी दुनिया ने देखा कि हम सिंदूर के ज़रिए कैसे आतंकी ठिकानों को नष्ट कर सकते हैं… हमारे सुरक्षा बलों ने 9 जगहों पर हमला किया और इससे आतंकवादियों के हौसले पस्त हो गए… इससे पर्यटन स्थलों को फिर से विकसित करने का अवसर मिलेगा क्योंकि यह कश्मीर में एक बड़ा उद्योग है। यह उन लोगों के लिए श्रद्धांजलि है जिन्होंने अपनी जान गंवाई।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा कि हमने आज कार्यसमिति की बैठक इसलिए बुलाई थी क्योंकि हमारे देश में जो कुछ हुआ है और सरकार उसके जवाब में जो कदम उठा रही है। हमें अपने भारतीय सशस्त्र बलों पर बहुत गर्व है, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर बहादुरी से कार्रवाई करके एक साहसिक और निर्णायक जवाब दिया है। हम अपने बहादुर सैनिकों की बहादुरी और देशभक्ति को सलाम करते हैं।
डीसी अमृतसर साक्षी साहनी ने कहा, ‘मॉक ड्रिल दो तरह से की जाएगी। शाम 4 बजे एक सायरन बजेगा, जो एक सिमुलेशन अभ्यास के लिए होगा। यह मोटे तौर पर एक अभ्यास ड्रिल होगी। दूसरी ड्रिल रात 10:30 बजे की जाएगी , जिसमें एक और सायरन सुनाई देगा। उस समय ब्लैकआउट रहेगा। अनुरोध है कि सभी लोग उस समय अपनी लाइट बंद रखें। कुछ ही देर बाद बिजली सामान्य रूप से बहाल हो जाएगी। मुझे यह भी जानकारी मिली है कि कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं और कालाबाजारी कर रहे हैं। मैं ऐसे सभी लोगों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी देना चाहूंगी। जिला प्रशासन आपको सभी जानकारी और महत्वपूर्ण अपडेट देगा। मैं सभी से आग्रह करती हूं कि वे फर्जी खबरों पर विश्वास न करें।
बीजेपी नेता उज्ज्वल निकम कहते हैं, “जहां भी ऑपरेशन किए जाते हैं, उन्हें कोड नाम से बुलाया जाता है। ‘सिंदूर’ का हमारी संस्कृति में सांस्कृतिक महत्व है। इस ऑपरेशन का लक्ष्य उन आतंकवादियों को बनाया गया है जिन्होंने हमारी बेटियों और माताओं के ‘सिंदूर’ को धोया है।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “हमें आज फोन आया, हमें कल सर्वदलीय बैठक में आमंत्रित किया गया है।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों तथा अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी पहले से ही हाई अलर्ट पर है और बुधवार की शाम कई एजेंसियां ‘मॉक ड्रिल’ करेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं। दिल्ली पुलिस पूरी तरह सतर्क है और किसी को भी कानून-व्यवस्था भंग करने नहीं दिया जाएगा। महत्वपूर्ण स्थानों और सोशल मीडिया मंचों पर नजर रखी जा रही है।’’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, “मैं अपने देश के उन वीर जवानों को बधाई और सलाम करना चाहता हूं जो अपनी जान की बाजी लगाकर हमेशा देश की रक्षा के लिए खड़े रहते हैं। हमने पहले ही कहा था कि सरकार देश के हित में जो भी जरूरी कदम उठाने चाहिए, उठाए और उनका राजनीतिकरण नहीं किया जाएगा।”
पहलगाम आतंकी हमले में शहीद विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल ने कहा कि मेरे पति रक्षा बलों में थे और वे शांति की रक्षा करना चाहते थे, निर्दोष लोगों की जान बचाना चाहते थे। वे यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि इस देश में नफरत और आतंक न हो। मैं सरकार की आभारी हूं, लेकिन मैं उनसे अनुरोध करती हूं कि इसे यहीं खत्म न करें। मैं चाहती हूं कि वे यह सुनिश्चित करें कि यह हमारे देश में आतंकवाद के अंत की शुरुआत है।
एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट किया, “पीएमओ और रक्षा मंत्री से बात की। भारतीय सशस्त्र बलों के प्रयासों की सराहना की और उनकी कार्रवाई की सराहना की। हमने इस चुनौतीपूर्ण समय में सरकार को अपना समर्थन दोहराया।”
ऑपरेशन सिंदूर: मेजर जनरल बीके शर्मा (सेवानिवृत्त) ने कहा, “भारत सरकार ने निर्णायक और शक्तिशाली जवाब दिया है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े कथित आतंकवादी शिविरों के नौ टारगेट पर हमला किया गया है। रिपोर्टों के अनुसार, 70 से अधिक आतंकवादियों को न्यूनतम क्षति के साथ निष्प्रभावी कर दिया गया है, जो एक अत्यधिक सटीक और प्रभावी ऑपरेशन है। जबकि पाकिस्तान की ओर से जवाब की आशंका है, राष्ट्र एकजुट है, गर्वित है और आश्वस्त है कि पहलगाम में हुए जघन्य हमलों के लिए न्याय किया गया है।”
लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) और रक्षा विशेषज्ञ जेएसएस कक्कड़ कहते हैं, “यह हमला पाकिस्तान पर नहीं, बल्कि 25 महिलाओं के ‘सिंदूर’ को मिटाने वालों पर था। कोई नागरिक जान-माल का नुकसान नहीं हुआ, केवल आतंकवादी मारे गए और उनके मुख्यालय नष्ट हो गए। एक सबक सिखाया गया। लेकिन मेरा मानना है कि यह एक अल्पविराम है, पूर्ण विराम नहीं और यह लंबे समय तक चलेगा। यह 79 साल पुरानी समस्या है। 50,000 से अधिक सैनिकों ने अपनी जान गंवाई। हमने 350 लश्कर प्रशिक्षुओं को मार गिराया, लेकिन उन्होंने सबक नहीं सीखा। यह एक छोटी सी कार्रवाई है। अगर सरकार पूरी जिम्मेदारी ले तो यह समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी। हम सुनिश्चित करेंगे कि यह फिर न हो।”
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर , राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के पूर्व सदस्य तिलक देवाशर कहते हैं, “पाकिस्तान तो पाकिस्तान है, निस्संदेह प्रतिक्रिया देगा और मुझे लगता है कि 24 से 36 घंटों के भीतर। लेकिन उनकी समस्या यह है कि वे भारत में कौन से लक्ष्य चुनते हैं? अगर वे नागरिकों या सेना को निशाना बनाते हैं, तो भारत आगे बढ़ जाएगा। लेकिन उन्हें हमला करना चाहिए क्योंकि जब असीम मुनीर ने (पहलगाम) हमला किया, तो उसने सोचा कि भारत बालाकोट के बाद की तरह सैन्य जवाबी कार्रवाई करेगा और इस प्रक्रिया में, वह देश को अपने पीछे एकजुट कर लेगा। उसने सोचा कि भारत के साथ तनाव उसे पाकिस्तान में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद कर सकता है।”
बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, “मैं हमारे देश के सशस्त्र बलों को एक बहुत ही सफल ऑपरेशन सिंदूर के संचालन के लिए बधाई देना चाहता हूं। इस ऑपरेशन को हमारे वर्दीधारी नायकों, सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा संचालित किया गया था। यह दर्शाता है कि राष्ट्र सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे सशस्त्र बलों के प्रयासों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर निर्णायक हमला किया है, जिसका इस्तेमाल आतंकवादियों के लिए एक पनाहगाह के रूप में किया जाता था। पूरा देश गर्व और खुश है। आइए उनका समर्थन करें और उनके साथ खड़े हों और उन्हें वह सब कुछ दें जो उन्हें आतंकवाद से लड़ने के लिए चाहिए।”
सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों से मिलकर बनी यूनाइटेड वेटरन्स एसोसिएशन ने इस निर्णायक समय में भारतीय सशस्त्र बलों को अपना पूरा समर्थन देने की पेशकश की है। फ्लाइट इंजीनियर (सेवानिवृत्त) टीकम सिंह राणा कहते हैं, “हम भले ही सेवानिवृत्त हो गए हों, लेकिन हम थके नहीं हैं।”
