नूंह हिंसा में हरियाणा पुलिस ने कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार कर लिया है। हाई कोर्ट जाकर राहत लेने की पूरी कोशिश की गई थी, लेकिन गुरुवार देर रात पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और अब कोर्ट में पेश करने की तैयारी है। इससे पहले दो बार विधायक को नोटिस दिया गया था, लेकिन वे पूछताछ में शामिल ही नहीं हुए। नूंह हिंसा को लेकर मामन पर भी भड़काने के ही आरोप लगे हैं, बीजेपी ने तो शुरुआत से ही उन्हें इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड बताया है।
मामन खान गिरफ्तार, क्या है आरोप?
अब राज्य सरकार ने इस मामले में जिस SIT का गठन किया, उसने फौरन ही कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार करने का काम किया। अब आज उन्हें कोर्ट में पेश करने की तैयारी है। राज्य के गृह मंत्री अनिल विज तो पहले ही कह चुके हैं कि जहां-जहां पर हिंसा हुई थी, वहां पर पहले मामन खान गए थे। ये अलग बात है कि कांग्रेस विधायक ने ऐसे सभी सबूतों को नकार दिया है और वे लगातार खुद को निर्दोष बता रहे हैं।
मोनू मानेसर की क्या भूमिका?
वैसे इससे पहले इसी मामले में मोनू मानेसर को भी गिरफ्तार किया गया। मोनू पर आरोप था कि उसने सोशल मीडिया पर वीएचपी की यात्रा से पहले जो वीडियो पोस्ट किया, उसके जरिए दूसरे समुदाय के लोगों को भड़काया गया। जांच में ये भी सामने आया कि उस वीडियो की प्रतिक्रिया पर ही दूसरे समुदाय के लोगों ने हिंसा का रास्ता चुना और यात्रा के दौरान जमकर बवाल काटा गया। यहां ये समझना जरूरी है कि नूंह हिंसा में कुल 6 लोगों की मौत हो गई थी, इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल रहे।
नूंह में जमकर हुई थी हिंसा, कई दिन बवाल
उस एक हिंसा के बाद कई दिनों तक राज्य में तनाव का माहौल रहा, इंटरनेट को सस्पेंड करना पड़ा और धारा 144 भी लागू रही। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक बयान भी विवाद का विषय बन गया था। मीडिया से बात करते हुए वे बोल गए थे कि पुलिस सभी की सुरक्षा नहीं कर सकती है।