भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआइ) ने बुधवार को स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि बैंक खाते से बैंक खाता आधारित यूपीआइ भुगतान या सामान्य यूपीआइ भुगतान पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
एनपीसीआइ ने बयान में कहा कि विक्रेता के ‘पूर्व भुगतान साधन (पीपीआइ)’ के जरिए लेनदेन करने पर इंटरचेंज शुल्क लगेगा। हालांकि यह शुल्क ग्राहकों को अदा नहीं करना होगा। दरअसल, निगम ने पीपीआइ वालेट को अंतर-संचालित (इंटरचेंज) यूपीआइ परिवेश का हिस्सा बनाने की मंजूरी दी और पीपीआइ के जरिए 2,000 रुपए से अधिक के यूपीआइ लेनदेन पर 1.1 फीसद शुल्क लगाया है।
इसमें बताया गया, ‘इंटरचेंज शुल्क सिर्फ पीपीआइ मर्चेंट लेनदेन पर ही लगेगा, ग्राहकों पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। यह भी स्पष्ट किया गया है कि बैंक खाते से बैंक खाता आधारित यूपीआइ भुगतान (सामान्य यूपीआइ भुगतान) पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।’ पीपीआई के यूपीआइ में जुड़ने के बाद ग्राहकों के पास कोई भी बैंक खाता इस्तेमाल करने का विकल्प होगा। बैंक खाते से बैंक खाते में लेनदेन ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों के लिए नि:शुल्क होगा।