इंडिगो संकट की वजह से यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी भी कई एयरपोर्ट पर भारी भीड़ है। लोग घंटों इंतजार कर रहे हैं और उनका लगेज तक गुम हो चुका है। इस बीच दो एअरलाइंस ने यात्रियों को बड़ी राहत देने का काम किया है। एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अब घरेलू उड़ानों की इकोनॉमी टिकटों के दाम पहले से ही तय रहेंगे।

इसका मतलब यह है कि कम उड़ानों की वजह से अचानक से किराया बढ़ाना अब संभव नहीं होगा। केंद्र सरकार ने भी एअरलाइंस को ऐसा करने की अनुमति दी थी। समझने वाली बात यह है कि एविएशन इंडस्ट्री ऑटोमेटेड रेवेन्यू मैनेजमेंट सिस्टम पर चलती है, जिसका अर्थ है—जितनी ज्यादा डिमांड, उतना अधिक किराया। लेकिन मौजूदा संकट को देखते हुए दोनों एअरलाइंस ने यात्रियों को राहत देने का फैसला किया है।

इसके अलावा, एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस ने टिकट बदलने और कैंसिल करने पर भी छूट देने की घोषणा की है। जिन यात्रियों ने 4 दिसंबर तक अपना टिकट बुक किया है और जिनकी यात्रा 15 दिसंबर तक निर्धारित है, वे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपनी यात्रा बदल सकेंगे। वहीं, यदि वे टिकट कैंसिल करते हैं तो उनसे कोई कैंसिलेशन फीस नहीं ली जाएगी और उन्हें पूरे पैसे का रिफंड मिलेगा।

एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए अपने कस्टमर केयर को 24×7 शुरू कर दिया है। साथ ही यह जानकारी भी दी गई है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए फ्लाइट्स में ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को accommodate करने की कोशिश की जा रही है। यदि किसी फ्लाइट में कोई सीट खाली रहती है, तो यात्रियों को बिना अतिरिक्त शुल्क दिए ऊपरी क्लास में अपग्रेड किया जा सकता है।

वैसे जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार ने भी इंडिगो संकट के बाद एक जांच कमेटी गठित कर दी है। यह समझने की कोशिश हो रही है कि आखिर ऐसी स्थिति कैसे उत्पन्न हुई। केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो के मैनेजमेंट को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि कंपनी को अपने प्रशिक्षण सिस्टम पर भी काम करने की आवश्यकता है।

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