इन दिनों हरियाणा की दो बहादुर लड़कियों की कहानी हर किसी के ज़ुबां पर है। रोहतक में हहने वाली दो बहनों ने चलती हुई बस में तीन मनचले लड़कों की जमकर पिटाई की थी। इस ख़बर को मीडिया ने भी खूब दिखाया और हर जगह से दोनों बहनों को वाह-वाही मिलने लगी, लेकिन अब इस मामले में एक नया ट्विस्ट सामने आ गया है।
ख़बरों के मुताबिक बस में बैठी एक चश्मदीद महिला ने यह दावा किया है कि बस में दोनों लड़कियों के साथ उन लड़कों ने कोई छेड़खानी नहीं की थी।
चश्मदीद महिला की मानें तो यह झगड़ा सीट पर बैठने को लेकर हुआ था।
हरियाणा रोडवेज की चलती बस में तीन मनचलों की पिटाई करने वाली रोहतक की दो बहनों की बताई ‘कहानी’ को लेकर फिर सवालिया निशान उठा है। लड़कियों ने दो दिन पहले दावा किया था कि बस में दो लड़कों ने उन्हें परेशान करने की कोशिश की तो उन्होंने जमकर शोहदों की पिटाई की। इस पर उन्होंने लड़कियों को बस से गिरा दिया। लेकिन मंगलवार को एक कथित अभियुक्त के घरवालों ने कहीं से मिला एक और वीडियो जारी कर किया जिसमें दोनों लड़कियां हुडा पार्क में एक लड़के को पीट रही हैं। यह वीडियों मंगलवार को खबरिया चैनलों पर दिखाया गया।
इस ताजा वीडियो पर ‘दिलेर’ लड़कियों ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। लेकिन लड़कियों के पिता ने मीडिया को बताया कि यह वीडियो अक्तूबर का है और लड़कियों ने कथित मनचले को उस समय पीटा जब वह हुडा पार्क में बैठा था। उसने बस स्टैंड में लड़कियों से छेड़छाड़ की थी। अब रहस्य इस बात को लेकर पैदा हुआ है कि यह वीडियो बनाने वाला कौन है और यह वीडियो एक अभियुक्त दीपक हुडा (19) के पिता श्रीपाल के हाथ कैसे लगा। दीपक को रविवार को कुलदीप और मोहित के साथ गिरफ्तार किया गया था। लड़कियों का कहना है कि इन तीनों ने बस में उनके साथ बदतमीजी की थी और बाद में बस से ढकेला था। रविवार को टीवी चैनलों पर जो वीडियो चला था, उसमें दिखाया गया था कि लड़कियां बेल्ट से ‘मनचलों’ को पीट रही हैं। ये तीनों लड़के फौज में भर्ती होने वाले थे। पर अब उनका भविष्य अधर में है।
सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी थी कि अभी तक पुलिस को यह नहीं पता चल पाया है कि बस में इस वीडियो को किसने बनाया। जबकि लड़कियों ने दावा किया था कि बस में बैठी एक गर्भवती महिला ने मोबाइल से यह वीडियो बनाया था। इस बाबत जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक दूसरा वीडियो नहीं मिल पाया है। अब उन्होंने स्थानीय पुलिस से इस बारे में जानकारी तलब की है।
खास बात यह है कि दूसरा वीडियो मुख्यमंत्री द्वारा लड़कियों को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किए जाने के एलान के एक बाद आया। तीनों अभियुक्तों को 6 दिसंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दीपक के पिता श्रीपाल ने बताया कि दूसरा वीडियो रहस्यमय ढंग से उनके पास घर में आया। जिस शख्स ने वीडियो क्लिप दी, उसने बताया कि लड़कियों ने पिटने वाले लड़के से पचास हजार रुपए वसूले थे। हालांकि हमें नहीं पता कि वह लड़का कौन है। हो सकता है कि घरवाले नहीं चाहते होंगे कि लड़का किसी मुसीबत में पड़े।
श्रीपाल ने कहा कि अब यह पुलिस का काम है कि वह इस मामले की जांच करे। रोहतक के एसपी शशांक आनंद ने बताया कि जब उन्होंने दोनों लड़कियों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि पुलिस में इस बारे में कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई थी।
जिलाधिकारी शेखर विद्यार्थी का कहना है कि इस बाबत उन्होंने स्थानीय पुलिस से रपट तलब की है। विद्यार्थी ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी। एसएसपी जल्द इस बाबत जांच रपट देंगे और इसके बाद कोई कार्रवाई की जाएगी। इस बीच लड़कियों के पिता राजेश सिंह ने कहा है कि उन्हें नहीं पता कि दूसरा वीडियो किसने बनाया। हुडा पार्क में जिस लड़के की पिटाई हुई थी वह मेरी बेटियों को पास के बस स्टाप पर छेड़ रहा था। अगले दिन मेरी बेटियों ने उसे पार्क में देखा और पीटा। उस समय कैसे वीडियो बना, हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है। लड़कियों की मां संतोष ने कहा कि लड़कियों ने तेजी से जवाब दिया था। पर यह घटना सामने नहीं आ पाई।
दीपक के पिता श्रीपाल ने भी इस बात पर सवाल उठाया कि बस में हुई घटना का वीडियो लड़कियों के हाथ में कैसे लग गया, जबकि इसे बनाने वाले शख्स का पता नहीं चल पाया है। श्रीपाल ने यह भी कहा कि अगर लड़कों ने उन्हें चलती बस से फेंक दिया था तो उन्हें यह वीडियो कैसे मिल गया। क्या गर्भवती महिला इनसे परिचित थी।
जहां तक दो अन्य अभियुक्तों की बात है, मोहित के परिवार वालों से कोई बात नहीं हो पाई, जबकि कुलदीप के पिता बलबीर सिंह को घबराहट और शारीरिक परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद से वे सदमे में हैं।