असम के कोकराझार जिले में हुए आतंकी हमले के लिए नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (NDFB) को जिम्मेदार ठहराया गया है। संडे एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान असम की पुलिस ने कहा कि हमले के पीछे NDFB के आतंकी सोंगबिजिट गिरोह के लोगों को हाथ है। डीजीपी मुकेश ने कहा कि उनकी तरफ से असम में काफी सख्ती कर दी गई है इसलिए इस गिरोह ने अब आस-पास के देशों में अपने ठिकाने बना लिए हैं। मुकेश के मुताबिक, इस बार हुआ हमला पड़ोसी देश भूटान में बैठकर प्लान किया गया था। मुकेश की तरफ से दो लोगों का नाम भी बताया गया है। मुकेश ने जी बिडाई और बत्था मुशारे का नाम लेते हुए कहा, ‘दोनों लोग इस वक्त भूटान में हैं। वे लोग काफी वक्त से जबरन उगाही और अपने संगठन के लिए लोगों की भर्ती करवाने में लगे हुए हैं। शुक्रवार को हुआ हमला भी उनके बताए गए तरीके से ही हुआ था।’
मुकेश मानते हैं कि बिडाई और बत्था मुशारे का गिरोह ज्यादा बड़ा नहीं है और उसमें सिर्फ 10 से 12 लोग हैं। हालांकि, हमले के बाद असम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही विद्रोहियों से निपटने की भी तैयारियां भी कर ली गई हैं।
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असम का कोकराझार जिला पहले भी हिंसा से जूझता रहा है। साल 2014 में हुई हिंसा में करीब 32 लोग मारे गए थे। यहां पर हिंसा की एक बड़ी वजह मुस्लिमों की बढ़ती आबादी भी है। बोडो लोगों का कहना है कि यहां पर पड़ोसी देश बांग्लादेश से बड़ी संख्या में मुसलमान आकर बस गए हैं। हाल के सालों में बोडो यहां पर माइनोरिटी में आ गए। इसके चलते हिंसा बढ़ी है। इससे पहले साल 2012 में हुई हिंसा में भी 108 लोगों की जान गई थी। इस हिंसा के बाद यहां पर दंगे भी हुए थे।