क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू जितना राजनीति में सुर्खियां बटोरते रहे हैं, उतने ही वो कपिल शर्मा के लाफ्टर शो को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। इसी शो में उन्होंने अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के साथ अपनी लव स्टोरी का खुलासा किया था। क्रिकेट की पिच पर सलामी बलेलबाजी करने वाले सिद्धू ने पहली ही नजर में नवजोत कौर को दिल दे दिया था। MBBS की पढ़ाई करने वाली नवजोत कौर से सिद्धू की आंखें चार पटियाला के एक चिकेन शॉप पर हुई थी।
जब नवजोत कौर मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई कर छुट्टी के वक्त निकलती थी, तब सिद्धू कॉलेज के गेट पर घंटों इंतजार करते थे। सिद्धू कौर का पीछा करते उनके घर तक चले जाते थे। इसी कड़ी में पटियाला के चिकेन शॉप पर सिद्धू रोजाना जाते, वहां किसी न किसी दोस्त को चिकेन खिलाते और वो खुद नवजोत कौर का इंतजार करते। कौर ने गौर फरमाया कि एक शख्स उन्हें रोज घूरता है। बाद में दोनों का परिचय हो गया।
कौर और सिद्धू के बीच आंखों ही आंखों में बातें होने लगीं। इशारों से सबकुछ होने लगा। ये सिलसिला करीब दो साल तक चला। स्कूटर से कौर के कॉलेज से घर तक पीछा करने का सिलसिला सिद्धू ने जारी रखा। इस खेल में कौर की सहेलियों ने भी सिद्धू की मदद की। आखिरकार दोनों ने जीवनसाथी बनने का फैसला कर लिया। कौर ने बताया कि जब उनकी शादी होने वाली थी, तब नवजोत ने जन्मपत्री की मांग की और कहा कि जब तक पत्री नहीं मिलेगी शादी नहीं होगी। आखिरकार सिद्धू को कौर ने अपनी जन्मपत्री दी और दोनों में 36 गुण मिले।
इसके बाद दोनों की शादी हो गई। कौर ने बताया कि शादी के बाद जब उनकी डॉक्टर सहेलियां या रिश्तेदार घर पर आते थे तब सिद्धू शर्माते थे और उनसे मिलना नहीं चाहते थे। कई बार वो बाथरूम मे छिप जाया करते थे। सिद्धू ने बताया कि जब वह स्कूटर से पीछा करते थे तो कौर को कहा करते थे हां कर दे, हां कर दे लेकिन वो ना, ना कहते आगे निकल जाती थी लेकिन एक वक्त आया जब कौर ने सिद्धू को हां कह दिया। इस दंपत्ति की अब एक बेटी (राबिया) और एक बेटा (करण) है।

इन दोनों का नाम एक जैसा होने पर कई बार एयरपोर्ट पर या सार्वजनिक समारोह में कन्फ्यूजन हो जाता है। पंजाब की पिछली सरकार (बादल सरकार) में नवजोत कौर स्वास्थ्य मंत्री थीं। मंत्री रहते हुए उन्होंने कई सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट क्लिनिक पर वेश-भूषा बदलकर छापा मारा था और उन्हें अंदर करवाया था।