भाजपा छोड़कर अलग होने की घोषणा करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू अपने नए राजनीतिक मोर्चे ‘आवाज-ए-पंजाब’ की औपचारिक घोषणा कर दी है। गुरुवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने इसका एलान किया। सिद्धू ने कहा कि ”भारत में एक परंपरा रही है कि अच्छे लोगों को सजावट के सामान की तरह और सिर्फ प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है।” उन्होंने ‘आवाज-ए-पंजाब’ की शुरुआत की घोषणा करते हुए कहा कि ‘आवाज-ए-पंजाब एक इंकिलाबी आवाज है।’ प्रेस कॉन्फेंस में सिद्धू के साथ बलविंदर सिंह और सिमरजीत सिंह बैंस भी मौजूद रहे। सिद्धू ने कहा, ”गंभीर संकट में पड़े पंजाब के लिए आवाज-ए-पंजाब पुनरुत्थान लाने वाला और संकटमोचक है।” सिद्धू ने पंजाब में जारी परिवारवाद पर भी हमला करते हुए कहा कि ”सरकार लोगों के लिए होनी चाहिए, मगर पंजाब में सबकुछ एक परिवार है।” आने वाले विधानसभा चुनावों का ब्लूप्रिंट जारी करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य उन लोगों से लड़कर राज्य को फिर से समृद्ध बनाना होगा जिन्होंने ‘पंजाब को बर्बाद’ कर दिया है। उन्होंने ड्रग्स की समस्या पर सवाल उठाते हुए पूछा कि ”वो पंजाब कहां है जो ढेर सारे खिलाड़ी पैदा करता था? आज सड़कें ड्रग एडिक्ट्स से भरी पड़ी हैं।’
सिद्धू ने राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफे पर भी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ”राज्यसभा से मेरे इस्तीफे में केजरीवाल जी का काेई लेना-देना नहीं।” सिद्धू ने जुलाई में राज्यसभा की सदस्यता छोड़ी थी। इस्तीफे के बाद उनके और उनकी पत्नी के आम आदमी पार्टी में जाने की अटकलें तेज थीं, मगर सिद्धू के दिमाग में तो कुछ और ही था। उन्होंने नाराज और बागी नेताओं को अपने साथ जोड़ा और नया माेर्चा बनाने का एलान कर दिया। 2013 में अकाली दल के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैंस भाइयों की अनबन हो गई थी, वहीं परगट सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण अकाली दल ने निलंबित कर दिया था।
Navjot Singh Sidhu Launches His Party ‘Awaaz-e… by Jansatta
Awaaz e Punjab ek inquilaabi awaaz hai: Navjot Sidhu pic.twitter.com/eoDiHT7cv2
— ANI (@ANI) September 8, 2016