29 नवंबर को नगरोटा में हुए आतंकी हमले को लेकर एक और सुरक्षा चूक सामने आई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अधिकारियों का मानना है नगरोटा के आर्मी बेस में घुसने के लिए आतंकियों ने दीवार के पास खड़े पेड़ का सहारा लिया था। हमारे सहयोगी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को एक सरकारी सूत्र ने बताया कि इस साल की शुरुआत में आर्मी अथॉरिटी ने जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में स्थित 16 कॉर्प्‍स हेडक्‍वार्टर का सिक्योरिटी ऑडिट किया था। हालांकि उस समय अधिकारी यह गौर नहीं कर पाए कि मैस में तीन-मीटर ऊंची दिवार के पास एक पेड़ खड़ा है, जिसका इस्तेमाल आर्मी हेडक्‍वार्टर में घुसने के लिए किया जा सकता है।

बता दें कि नगरोटा जम्‍मू से 20 किलोमीटर दूर है और हाइवे पर बसा हुआ है। यहां पर 16 कॉर्प्‍स का हैडक्‍वार्टर भी है। नवंबर माह के अंत में आतंकियों ने नगरोटा में सेना की टुकड़ी पर हमला किया गया। आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका और यूनिट के अंदर घुसने का प्रयास किया था। इस हमले में सेना के सात जवान शहीद हो गए थे।

जम्मू व कश्मीर के राज्यपाल एनएल वोहरा ने 2 जनवरी को पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद एक मीटिंग की थी और राज्य में पूरी मिलिट्री और पुलिस की सुरक्षा को लेकर सीक्रेट ऑडिट करने के आदेश दिए थे। राज्यपाल ने DGP के राजेंद्र से इस प्रक्रिया की देखरेख सौंपी थी। फरवरी माह में जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ ने एक लिखित दस्तावेज राज्यपाल को सौंपा जिसमें बताया गया था कि उन्होंने सिक्योरिटी ऑ़डिट पूरा कर लिया है। हालांकि आर्मी ने ऐसा करने से मना कर दिया था। राज भवन के एक अधिकारी के मुताबिक, हालांकि श्रीनगर स्थित 15 कॉर्प्स और नगरोटा के 16 कॉर्प्‍स हेडक्‍वार्टर ने मौखिक रूप से ऑडिट होने की बात कबूल की थी।

पठानकोट हमले को लेकर NIA ने हाल ही में जांच रिपोर्ट सौंपी है। इसमें कहा गया है कि आतंकवादी एयरबेस की दिवार के पास खड़े यूकेलिप्टस के पेड़ के सहारे अंदर आए थे। NIA अधिकारियों का मानना है कि आतंकियों ने नगरोटा हमले में भी इसी तकनीक का इस्तेमाल किया होगा।