पंजाब के नाभा में रविवार को जेल से एक आतंकी सहित पांच बदमाशों को भगाने के मामले में सामने आया है कि आरोपी केवल अपने गैंग के लोगों को ही छुड़ाने आए थे। लेकिन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू और शिवसेना नेता पर फायरिंग के आरोपी कश्मीर सिंह भी बाद में इसमें शामिल हो गए। जेल से बदमाशों को भगाने के मामले में उत्तर प्रदेश के शामली से गिरफ्तार किए गए पलविंदर सिंह पिंडा ने यूपी पुलिस को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि पिंडा ने पूछताछ में बताया कि मिंटू और कश्मीर सिंह को उसके गैंग के लोगों के जेल से भागने के बारे में पता चल गया था। इस पर वे भी उनके साथ हो लिए। गौरतलब है कि रविवार को विकी गोंडर और उसकी गैंग के गुरप्रीत सेखों, अमनदीप ढोटियां और कुलप्रीत सिंह अका नीता देओल सहित छह लोग जेल से फरार हो गए थे।
उत्तर प्रदेश के एडीजीपी(कानून एवं व्यवस्था) दलजीत सिंह चौधरी ने बताया, ”पलविंदर ने हमें बताया कि केवल उसकी गैंग के लोगों को छुड़ाने का ही प्लान था। लेकिन गुरप्रीत सेखों ने मिंटू को भी बता दिया कि वे रविवार को भाग जाएंगे। इस पर मिंटू ने उन पर नजर रखी और जेल कॉरिडोर में उनसे मिल गया।” उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिंडा को शामली में पानीपत-कैराणा रोड पर उस समय गिरफ्तार किया था जब वह फॉर्च्युनर गाड़ी से जा रहा है। शक है कि इस गाड़ी को बदमाशों को जेल से भगाने में भी इस्तेमाल किया गया। पिंडा के पास से चार राइफल भी मिली। इनमें से एक नाभा जेल में पुलिस से छिनी गई थी।
चौधरी ने बताया कि पिंडा को 2013 में गिरफ्तार किया गया था और नाभा जेल में रखा गया था। उस पर एक पुलिसकर्मी की हत्या का केस चल रहा है। इसी साल मार्च में वह मेडिकल चैक अप के दौरान भाग निकला। पंजाब पुलिस के अनुसार, हथियारबंद बदमाश जेल के मेन गेट पर सुबह 8.56 दिखाई दिए और 9.04 पर कैदियों के साथ बाहर निकल आए। पुलिस को शक है कि कैदी और उन्हें छुड़ाने आए बदमाश फोन पर संपर्क में थे।
सूत्रों ने बताया, ”हथियारबंद लोग अंदर घुसने के लिए सिग्नल का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उन्हें सिग्नल मिला वे अंदर चले गए। अंदर जाने पर उन्हें जेल कॉरिडोर में मिंटू और कश्मीर सिंह भी मिल गए।” जेल से कैदियों के फरार होने के बारे में सूत्रों ने बताया कि हथियारबंद बदमाशों में से एक ने सब इंस्पेक्टर और बाकियों ने कांस्टेबल की यूनिफॉर्म पहन रखी थी। वे एक व्यक्ति को हथकड़ी लगाकर लेकर आए ताकि यह दिखाएं वे किसी कैदी को सुनवाई के बाद लेकर आए हैं। लेकिन जैसे ही वे कार से उतरे उन्होंने गेट पर खड़े पुलिसकर्मी से राइफल छीन ली और दो धड़ों में बंट गए। एक ग्रुप ने ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया तो दूसरा ग्रुप जेल कॉरिडोर में चला गया। जेल के अंदर चार बदमाशों और मिंट व कश्मीर सिंह ने अन्य पुलिसकर्मियों को काबू कर लिया व उनसे पिस्तौल छीन ली। इससे उन्होंने जेल का ताला तोड़ा। पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने बताया कि जेल से फरार होने के दौरान 35 राउंड फायरिंग हुई।