फ्रांस में लोगों की हत्या का समर्थन करके शायर मुनव्वर राणा आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। विभिन्न चैनल्स की टीवी डिबेट में यह मुद्दा गरमाया हुआ है। न्यूज18 इंडिया टीवी चैनल पर मुनव्वर राणा के बयान को लेकर हुई डिबेट में एंकर और मुनव्वर राणा की बेटी सुमैया राणा आमने-सामने आ गए और दोनों के बीच जमकर बहस हुई।
दरअसल मुनव्वर राणा के बयान से नाराजगी जाहिर करते हुए एंकर ने सुमैया राणा से सवाल किया कि क्या मुनव्वर राणा को इतने ईनाम देना, क्या धांधली थी इस देश की? इस पर सुमैया ने कहा कि आपको एंकर का रोल करने की जरुरत नहीं है। इससे एंकर ने भड़कते हुए कहा कि आप यह तय नहीं करेंगी कि मैं कौन-सा रोल करूंगा लेकिन आपका रोल नहीं कर सकता मैं।
एंकर ने कहा कि महादेव ने मुझे ऐसा नहीं बनाया है कि मैं आप और मुनव्वर जैसा रोल करूं। सुमैया राणा ने इस पर एंकर पर पैसा खाने का आरोप लगा दिया। सुमैया ने कहा कि आप बैठकर किसी विशेष पार्टी का पैसा खाते हैं और पैसा खाकर यहां खबरें बेचते हैं। एंकर ने कहा कि आप किससे पैसा खा रही हैं, मिडिल ईस्ट से, जो देश को बदनाम कर रही हैं।
#आर_पार
सुमैया राणा के आरोपों का अमिश देवगन ने दिया मुँहतोड़ जवाब @AMISHDEVGAN pic.twitter.com/gG4CODxOOn— News18 India (@News18India) November 2, 2020
एंकर ने कहा कि आप किस तरह से अभद्रता कर रहे हैं। हमारे चैनल पर आ रहे हैं और हमारे खिलाफ अभद्रता करते हैं।
बता दें कि मुनव्वर राणा ने एक बातचीत में फ्रांस में हुई हिंसा का समर्थन करते हुए कहा था कि “अगर कोई मेरे मां-बाप का कार्टून बनाएगा तो मैं उसे जान से मार दूंगा।” बता दें कि भारत सरकार ने हिंसा को लेकर फ्रांस के साथ एकजुटता दिखायी है। यही वजह है कि मुनव्वर राणा अपने इस बयान को लेकर निशाने पर आए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों फ्रांस के एक स्कूल टीचर ने अपनी क्लास में बच्चों को पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दिखाए थे। जिससे वहां का मुस्लिम समाज नाराज हो गया था। इसी नाराजगी में एक 18 साल के युवक ने उस स्कूल टीचर की गर्दन काटकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद फ्रांस की सरकार ने कट्टरपंथियों के खिलाफ सख्ती करने की बात कही थी और कार्टून बनाए जाने को भी जायज ठहराने की कोशिश की थी।
इससे दुनिया भर के मुस्लिम देशों में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे। भारत में भी कुछ जगह ऐसे विरोध प्रदर्शन हुए। इस मुद्दे पर बात करते हुए मुनव्वर राणा ने हिंसा का समर्थन किया था।

