मुंबई की एक यूनिवर्सिटी हिप हॉप डांस से लेकर वीडियो गेमिंग के क्षेत्र में छात्रों को कई कोर्स ऑफर कर रही है। यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई (एमयू) ने अपने पाठ्यक्रम में नए कोर्स शामिल किए हैं। अगर आप एयरपोर्ट ऑपरेशन्स या फिर ऑडिटरी वर्बल थेरेपी डिप्लोमा कोर्स करना चाह रहे हैं तो एमयू ने इसे भी अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया है। एमयू ने यह कोर्स इंडस्ट्री की डिमांड, प्लेसमेंट और छात्रों की दिलचस्पी को देखते हुए शुरू किए हैं। एमयू के प्रवक्ता ने बताया ‘इन कोर्स को शुरू करने का मकसद छात्रों की पसंद और कोर्स पूरा होने के बाद नौकरी पाना भी है। सभी विभाग पाठ्यक्रम में शामिल किए गए सभी नए कोर्स पर काम कर रहे हैं।’
यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज्म ने सात सर्टिफिकेट कोर्स की शुरूआत की है। इसमें तीन महीने का एक हिप डांस सर्टिफिकेट कोर्स भी शामिल है। इसके अलावा वीडियो गेम स्टडीज कोर्स भी शुरू किया गया है। इन कोर्स को शुरू करने पर डिपार्टमेंट ऑफ कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज्म के प्रमुख संजय रानाडे हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहते हैं ‘वीडियो गेम इंडस्ट्री में बीते कुछ साल में वैश्विक बदलाव देखने को मिले हैं। बच्चों के मनोरंजन के लिए शुरू हुई वीडियो गेमिंग आज अरबों डॉलर की इंडस्ट्री बन चुकी है। इस क्षेत्र में ट्रेनिंग की व्यापक मांग है।’
वह आगे कहते हैं ‘पाठ्यक्रम में शामिल इन नए कोर्स की गए इन नए कोर्स को सही दिशा में आगे बढ़ान के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से एक समिति का गठन कर दिया गया है। बोर्ड ऑफ स्टडीज और एकेडमिक काउंसिल ने इन कोर्स को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए हामी भर दी है। हम अब सिर्फ मैनेजमेंट काउंसिल से अंतिम स्वीकृति का इंतजार कर रहे हैं इसके बाद हम इन कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।’
रनाडे कहते हैं ‘कवरिंग इलेक्शन’ और लीगल जर्नलिज्म कोर्स छात्रों को कानूनी मुद्दों और देश के पॉलिटिकल सिस्टम के बारे में महत्वपूर्ण सोच विकसित करने में मदद करेगा। इससे छात्रों के लेखन कौशल में तेजी आएगी। वहीं हिप हॉप डांस से लेकर वीडियो गेमिंग कोर्स में हमें प्रोफेसर की नहीं बल्कि प्रैक्टिशनर्स की जरूरत होगी। इस कोर्स में छात्र किताबों से हटकर प्रैक्टिकल तौर पर कुछ अलग सीखेंगे। इस पाठ्यक्रम को और बेहतर बनाने के लिए विदेशी यूनिवर्सिटीज से रिसर्च पेपर का आदान-प्रदान कर रहे हैं।’