मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां के घुवारा क्षेत्र में कुछ मनचलों की छेड़छाड़ से तंग आकर एक स्कूली छात्रा ने खुद को आग लगा ली, जहां इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। डॉक्‍टरों के मुताबिक छात्रा 80-90 प्रतिशत तक जल चुकी थी और उसका इलाज ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में चल रहा था।

छात्रा के परिजनों का कहना है कि गांव के ही कुछ दबंग लड़के उनकी लड़की को स्कूल से आते-जाते छेड़ते और फब्तियां कसते थे। वहीं घटना के बाद पुलिस सक्रिय हुई ने कार्रवाई के दौरान चारों आरोपियों-हिमांशु चौबे, अमित पटैरिया, राहुल चौबे और रोहित चौबे को आईपीसी की धारा 354, 809, 506, 509 के तहत मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया।

लड़की के यहां जांच करती पुलिस

वहीं गंभीर रूप से जली छात्रा ने इससे पहले कैमरे पर बताया था कि एक दिन चार लड़के उसके घर में घुस आए थे और मां के साथ मारपीट कर मुझे छेड़ने लगे थे। इसी सब से तंग आकर उसने यह कदम उठाया है। उसका कहना था कि रोहित चौबे, हिमांशु चौबे, अमित पटेरिया सहित मोहल्ले के कई लड़के उसे बहुत परेशान करते थे। रास्ते में उससे हूटिंग के अलावा बात करने को कहते थे। लड़की के मुताबिक लड़कों की इसी अश्लीलता पर उसने एक बार उन्हें चप्पल से मारने की धमकी भी दी थी, जिसके बाद वह बदला लेने के लिए घूम रहे थे। उसने कहा कि उसने यह बात अपने घर पर नहीं बताई थी। अगर बताती तो लड़ाई हो जाती और वो मम्मी-पापा को कुछ कर देते। लड़की ने कहा कि मेरे मम्मी-पापा बहुत गरीब हैं उनके पास इतना पैसा नहीं है कि वे उनसे लड़ सकें।

“अब अगर वो मेरे मम्मी-पापा को कुछ करेंगे तो मैं मरकर भूत बनकर उनको बचा लूंगी और अपना बदला लूंगी।” बस इतना कहने (अपने आखिरी शब्दों) के बाद इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।